UP News : कुष्ठ रोग से प्रभावित दिव्यांगों की सहारा बनी योगी आदित्यनाथ सरकार, समय पर दिया लाभ
Yogi Adityanath Government सरकार की पारदर्शिता और समयबद्धता के चलते कुष्ठावस्था पेंशन योजना और दिव्यांग भरण-पोषण अनुदान योजना के तहत लाखों जरूरतमंदों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है जो राज्य की सामाजिक कल्याण नीतियों की मिसाल बन रही है। उनकी योग्यता के अनुसार कार्य देकर समृद्ध भी किया जा रहा है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : उत्तर प्रदेश के दिव्यांग सशक्तीकरण और कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों के उत्थान के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार लगातार कार्य कर रही है। उनको उचित चिकित्सा के साथ हर प्रकार की सहायता दी जा रही है और उनकी योग्यता के अनुसार कार्य देकर समृद्ध भी किया जा रहा है।
सरकार की पारदर्शिता और समयबद्धता के चलते कुष्ठावस्था पेंशन योजना और दिव्यांग भरण-पोषण अनुदान योजना के तहत लाखों जरूरतमंदों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है, जो राज्य की सामाजिक कल्याण नीतियों की मिसाल बन रही है।
दिव्यांगजनों को समय से मिल रहा योजनाओं का लाभ
कुष्ठ रोग के कारण दिव्यांग हुए व्यक्तियों के लिए संचालित कुष्ठावस्था पेंशन योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी को प्रतिमाह 3,000 रुपये दिए जा रहे हैं। पिछले तीन वर्षों में 34,994 कुष्ठरोगियों को इस योजना का लाभ मिला, जबकि वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में 12,692 लाभार्थियों को आधार-आधारित प्रणाली से भुगतान किया गया। इसी क्रम में, दिव्यांग भरण-पोषण अनुदान योजना के तहत 30,86,102 दिव्यांगजनों को पिछले तीन वर्षों में प्रतिमाह 1,000 रुपये की पेंशन दी गई। इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में 11,32,240 दिव्यांगों को यह राशि सीधे उनके बैंक खातों में हस्तांतरित की गई।
लाभार्थी पात्रता निर्धारण को सरल बनाकर योजनाओं का लाभ
आधार-आधारित भुगतान प्रणाली ने इन योजनाओं को पारदर्शी और समयबद्ध बनाया है, जिससे धन के दुरुपयोग की संभावना खत्म हुई है। ऑनलाइन आवेदन और जनसुविधा केंद्रों के माध्यम से पात्रता निर्धारण को सरल बनाया गया है, जिसमें बीपीएल आय सीमा और चिकित्सा प्रमाण पत्र आधार हैं। यह कदम न केवल कुष्ठरोगियों और दिव्यांगों के जीवन स्तर को बेहतर कर रहा है, बल्कि समाज में भेदभाव को कम करने में भी सहायक है।
सरकार की ओर से आर्थिक सहायता
कुष्ठ रोग के कारण दिव्यांग होने वाले लोगों को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। इसके तहत कुष्ठ रोगों के कारण दिव्यांग होने वाले 12 हजार से अधिक लोगों को प्रदेश सरकार कुष्ठावस्था पेंशन के रूप में 3000 रुपए प्रति माह लाभार्थी की दर से प्रदान किए जा रहे हैं। यही नहीं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तर प्रदेश के तहत संचालित राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत कुष्ठ जनित दिव्यांगता से ग्रसित व्यक्तियों को निशुल्क रिकान्सट्रक्टिव शल्य क्रिया काल में लॉस ऑफ वेजेज के रूप में 12 हजार रुपए भी प्रदान किए जा रहे हैं।
पिछड़ा वर्ग कल्याण व दिव्यांग सशक्तीकरण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप ने बताया कि दिव्यांगों और कुष्ठरोगियों के स्वावलंबन और सम्मान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्राथमिकताओं में है। योगी सरकार का लक्ष्य इन समुदायों को मुख्यधारा में लाना और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है। सरकार समयबद्ध व पूरी पारदर्शिता के साथ दिव्यांगों को योजनाओं का लाभ पहुंचा रही है।
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