बुंदेलखंड की भलाई के लिए तालाब जोड़ों और राज्य तोड़ो योजना पर काम
केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार मिलकर बुंदेलखंड की भलाई के लिए काम करेंगे। दोनों यूपी को तोड़ने और तालाबों को जोड़कर के पक्षधर हैं।
लखनऊ (जेएनएन)। केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार मिलकर बुंदेलखंड की भलाई के लिए केंद्र और राज्य मिलकर काम करेंगे। दोनों यूपी को तोड़कर अलग बुंदेलखंड राज्य बनाने और तालाबों को जोड़कर बुंदेलखंड की पानी की समस्या हल करने के पक्षधर हैं। केंद का सुझाव है कि बुंदेलखंड में चंदेलों और बुंदेलों के समय में बनाये गए तालाबों को आपस में जोडऩे से वहां पानी की समस्या से निजात पाने में मदद मिलेगी। अलग बुंदेलखंड राज्य के लिए राज्य पुनर्गठन आयोग के सामने प्रस्ताव लाया जाएगा।
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चूंकि मध्य प्रदेश के लोग पृथक बुंदेलखंड नहीं चाहते हैं, इसलिए पहले बुंदेलखंड का भूगोल तय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार छोटे राज्यों की पक्षधर है। शनिवार शाम इस सिलसिले में बैैठक के बाद केंद्रीय जल संसाधन सचिव अमरजीत सिंह ने बताया कि उप्र में नमामि गंगे परियोजना के तहत इलाहाबाद, कानपुर, वाराणसी, गढ़मुक्तेश्वर, मुरादाबाद, कन्नौज, बुलंदशहर और वृंदावन में 2900 करोड़ रुपये की 19 परियोजनाएं संचालित हैं। इससे 391 एमएलडी जल को स्वच्छ करने की क्षमता पैदा होगी।
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19 परियोजनाओं में इलाहाबाद में चार परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं, बाकी पर काम चल रहा है। इसके अलावा प्रदेश में 4,348 करोड़ रुपये के कार्य प्रस्तावित हैं जिन्हें प्राथमिकता तय कर पूरा कराया जाए। केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने बताया कि केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश में सिंचाई व्यवस्था सुधारने और नदियों की सफाई के लिए 15 हजार करोड़ रुपये देने को तैयार है। केंद्र सरकार मई तक उप्र को 7000 करोड़ रुपये की धनराशि जारी कर देगी।
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