...तो इसलिए यूपी में दो डॉक्टरों चली गई नौकरी, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सभी को दी फाइनल वॉर्निंग
राजकीय मेडिकल कॉलेज कानपुर के दो डॉक्टरों को बिना अनुमति ड्यूटी से गैरहाजिर रहने पर बर्खास्त कर दिया गया। डॉ. वैभव श्रीवास्तव 2017 से और डॉ. सौरभ दुबे ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। बिना बताए ड्यूटी से लंबे समय से गायब चल रहे राजकीय मेडिकल कालेज, कानपुर के दो डाक्टरों को बर्खास्त कर दिया गया है। यहां तैनात डा. वैभव श्रीवास्तव और डा. सौरभ दुबे के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
डा. वैभव की मार्च 2014 में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति की गई थी। वर्ष 2017 में बगैर शासन की अनापत्ति के डीएम पाठ्यक्रम में प्रवेश लिया और उसके बाद से लगातार अनुपस्थित चल रहे थे। वहीं असिस्टेंट प्रोफेसर के ही पद पर तैनात डा. सौरभ दुबे भी वर्ष 2023 से लगातार गायब चल रहे थे।
उप मुख्यमंत्री ने दी चेतावनी
अंबेडकर नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएससी) में तैनात चिकित्साधिकारी डा. नायला आफसीन व कानपुर के शिवराजपुर सीएचसी के एक चिकित्साधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने डाक्टरों को चेतावनी दी है कि वह अपनी कार्यशैली में बदलाव लाएं, वरना कठोर कार्रवाई की जाएगी।
वहीं दूसरी ओर श्रावस्ती के मुख्य चिकित्साधिकारी के अधीन तैनात चिकित्साधिकारी डा. अजय आनंद को राजकीय मेडिकल कालेज अंबेडकर नगर का इमरजेंसी मेडिकल आफिसर बनाया गया है। ऐसे ही राजकीय मेडिकल कालेज आगरा से डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में प्रतिनियुक्ति पर तैनात असिस्टेंट प्रोफेसर डा. उत्कर्ष कुमार श्रीवास्तव की प्रतिनियुक्ति अवधि भी दो वर्ष के लिए बढ़ा दी गई है।
मेडिकल कालेजों में उप प्राचार्याें की भर्ती को बनी कमेटी
राजकीय मेडिकल कालेजों व स्वशासी राज्य मेडिकल कालेजों में रिक्त उप्र प्रधानाचार्यों के पदों पर भर्ती के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थसारथी सेन शर्मा की अध्यक्षता में गठित की गई है। जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

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