Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    स्टेमी केयर नेटवर्क क्या है, जिससे बच सकती है किसी की जान? यूपी के सभी जिलों में बनेगा; यहां देखिए लिस्ट

    Updated: Sat, 26 Jul 2025 02:39 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग स्टेमी केयर नेटवर्क का विस्तार कर रहा है जिससे सीएचसी स्तर पर ही हार्ट अटैक के मरीजों की जान बचाई जा सके। लखनऊ के संस्थानों के साथ 18 जिलों को जोड़ने के बाद अब 20 और जिले जोड़े जाएंगे। इस नेटवर्क में व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से ईसीजी रिपोर्ट साझा की जाती है। गंभीर मरीजों को खून पतला करने वाला इंजेक्शन दिया जाता है।

    Hero Image
    यूपी के सभी जिलों में बनेगा स्टेमी केयर नेटवर्क

    अमित यादव, लखनऊ। हार्ट अटैक के मरीजों की सीएचसी स्तर पर ही जान बचाई जा सके, इसके लिए अब यूपी के सभी जिलों में स्टेमी केयर नेटवर्क बनाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने लखनऊ के एसजीपीजीआई, लोहिया इंस्टीट्यूट और केजीएमयू के साथ 18 जिलों को जोड़कर इस योजना की शुरुआत की थी। अब 20 नए जिले प्रयागराज, कानपुर मेडिकल कालेज और आइएमएस बीएचयू से जोड़े जाएंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    स्वास्थ्य विभाग अब औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, बांदा, हमीरपुर को जीएसवीएम मेडिकल कालेज कानपुर से जोड़ रहा है। चित्रकूट, कौशांबी, प्रतापगढ़, प्रयागराज को मोती लाल नेहरू मेडिकल कालेज प्रयागराज से जोड़ा जाएगा। वाराणसी आइएमएस बीएचयू से बलिया, वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, मीरजापुर, भदोही, सोनभद्र को जोड़ा जाएगा। इस नेटवर्क से केजीएमयू, एसजीपीजीआई, लोहिया इंस्टीट्यूट से जुड़े 150 से अधिक मरीजों की जान अब तक बचाई जा चुकी है।

    ऐसे कार्य करता है नेटवर्क

    स्टेमी केयर नेटवर्क में शामिल सभी जिलों के नोडल आफिसर, पैरामेडिकल स्टाफ को एक वाट्सएप ग्रुप से जोड़ा गया है। जिलों के स्टाफ को प्रशिक्षण दिया गया है कि सीएचसी या जिला अस्पताल स्तर पर जैसे ही सीने के दर्द के लक्षण वाला कोई मरीज पहुंचे, उसका ईसीजी करके संबंधित वाट्सएप ग्रुप पर भेजा जाए।

    ग्रुप में शामिल मुख्य अस्पताल का कार्डियोलॉजिस्ट उस ईसीजी को देखकर आगे के इलाज की सलाह देगा। यदि रिपोर्ट में मरीज की स्थिति गंभीर दिखती है तो उसे तुरंत खून पतला (थ्रंबोलाइज) करने वाला इंजेक्शन लगाने की सलाह दी जाती है।

    इंजेक्शन देने के बाद मरीज के स्थिर होने पर उसे संबधित मुख्य अस्पताल (हब) में भेज दिया जाता है। इस सुविधा में खास बात ये है कि मरीज की जान बचाने वाला 20 से 25 हजार रुपये की कीमत का इंजेक्शन सरकार निश्शुल्क लगा रही है।

    स्टेमी केयर नेटवर्क क्या है

    स्टेमी यानी कि एसटी एलिवेशन मायोकार्डियल इंफार्कशन दिल के दौरे का एक गंभीर रूप है। इसमें मौत होने की संभावना ज्यादा है। स्टेमी हार्ट अटैक में ईसीजी पर विशेष पैटर्न में रिपोर्ट आती है, जिसे देखकर कार्डियोलाजिस्ट तय करता है कि मरीज को किस तरह के इलाज की जरूरत है। स्टेमी हार्ट अटैक होने पर मरीज को खून पतला करने वाला इंजेक्शन दिया जाता है। जिससे उसकी जान बच जाती है।

    स्टेमी केयर नेटवर्क से हार्ट अटैक के मरीजों को जान बचाने के प्रयास के अच्छे रिजल्ट मिल रहे हैं। इस नेटवर्क को चरणबद्ध तरीके से अन्य जिलों में भी बनाया जाएगा। जिससे समय पर अस्पताल पहुंचने वाले प्रत्येक मरीज की जान बचाई जा सके। -पार्थ सारथी सेन शर्मा, प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य