सीएंडडीएस के पांच इंजीनियर्स के आवासों पर विजिलेंस का छापा, करोड़ों रुपये की संपत्ति के दस्तावेज, नकदी-जेवर बरामद
Lucknow News विजिलेंस ने खुली जांच में आय से अधिक संपत्ति के दोषी पाए गए सीएंडडीएस के अधीक्षण अभियंता सत्यवीर सिंह चौहान व अजय रस्तोगी सहायक अभियंता/परियोजना प्रबंधक राघवेन्द्र कुमार गुप्ता कमल कुमार खरबंदा व कृष्ण कुमार पटेल के लखनऊ स्थित आवासों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये की संपत्तियों के दस्तावेज नकदी व जेवर बरामद किए गए हैं।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) ने जल निगम की कार्यदायी संस्था सीएंडडीएस (कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज) के भ्रष्ट अभियंताओं पर शिकंजा कसा है। विजिलेंस ने खुली जांच में आय से अधिक संपत्ति के दोषी पाए गए सीएंडडीएस के अधीक्षण अभियंता सत्यवीर सिंह चौहान व अजय रस्तोगी, सहायक अभियंता/परियोजना प्रबंधक राघवेन्द्र कुमार गुप्ता, कमल कुमार खरबंदा व कृष्ण कुमार पटेल के लखनऊ स्थित आवासों पर छापेमारी की। मंगलवार को पांच स्थानों पर दिनभर चली छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये की संपत्तियों के दस्तावेज, नकदी व जेवर बरामद किए गए हैं।
डीजी विजिलेंस राजीव कृष्ण का कहना है कि पांचों आरोपितों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमे दर्ज हैं। कोर्ट से सर्च वारंट हासिल कर उनके आवासों पर छानबीन की गई। आगे की छानबीन की जा रही है।
शासन ने अनियमितताओं की शिकायत पर सीएंडडीएस के परियोजना प्रबंधक, अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता, सहायक व अवर अभियंता के विरुद्ध विजिलेंस जांच का निर्देश दिया था। इंदिरानगर सेक्टर 19 निवासी सहायक अभियंता राघवेन्द्र कुमार गुप्ता, इंदिरानगर सेक्टर सी निवासी अधीक्षण अभियंता (मुख्यालय) सत्यवीर सिंह चौहान, गोमतीनगर के विशेष खंड निवासी अधीक्षण अभियंता अजय रस्तोगी, गोमतीनगर स्थिज एल्डिको ग्रीन निवासी परियोजना प्रबंधक कमल कुमार खरबंदा और विकासनगर निवासी परियोजना प्रबंधक कृष्ण कुमार पटेल के विरुद्ध हुई खुली जांच में आय से अधिक संपत्ति जुटाने के साक्ष्य मिले थे।
पांचों आरोपित आय से अधिक कमाई को लेकर कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके थे। शासन की अनुमति पर पांचों के विरुद्ध मुकदमे दर्ज कर विवेचना शुरू की गई थी। आरोपितों के घर से अघोषित संपत्तियों में निवेश के दस्तावेज बरामद किए गए हैं। इनमें मकान, कृषि भूमि, फ्लैट व गाड़ियां शामिल हैं।
कई दस्तावेज, नकदी व जेवर बरामद
इसके अलावा म्यूचुअल फंड, बीमा पॉलिसी, पोस्ट आफिस व विभिन्न कंपनियों में निवेश से जुड़े दस्तावेजों के अलावा नकदी व जेवर बरामद किए गए हैं। विजिलेंस के हाथ बैंक खातों व लाकर की भी जानकारी लगी है, जिनकी पड़ताल भी होगी। बरामद जेवर का मूल्यांकन कराया जा रहा है। विजिलेंस के हाथ कई संदिग्ध दस्तावेज भी लगे हैं।
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