Vande Bharat : आनंद विहार-अयोध्या वंदे भारत एक्सप्रेस में आज से लगाई जाएंगी 20 बोगियां, बढ़ रही राम नगरी आने वाले यात्रियों की संख्या
Indian Railways Put Four More Coach in Anand Vihar-Ayodhya Vande Bharat ट्रेन 22425/22426 अयोध्या कैंट–आनंद विहार वंदे भारत एक्सप्रेस बुधवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन अयोध्या कैंट एवं आनंद विहार टर्मिनल के बीच दौड़ती है। यह ट्रेन अयोध्या से आनंद विहार की 629 किमी. की दूरी 820 घंटे में तय करती है।

जागरण संवाददाता, लखनऊ : देश और विदेश से रामनगरी अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती संख्या देखते हुए भारतीय रेलवे ने आनंद विहार-अयोध्या वंदे भारत एक्सप्रेस में मंगलवार से चार और बोगियां बढ़ाने का फैसला लिया है। अब इस ट्रेन में 20 बोगियां होंगी।
अब तक आनंद विहार-अयोध्या वंदे भारत एक्सप्रेस 16 बोगियों के साथ दौड़ रही थी। ट्रेन 22425/22426 अयोध्या कैंट–आनंद विहार वंदे भारत एक्सप्रेस बुधवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन अयोध्या कैंट एवं आनंद विहार टर्मिनल के बीच दौड़ती है। यह ट्रेन अयोध्या से आनंद विहार की 629 किमी. की दूरी 8:20 घंटे में तय करती है।
लखनऊ से भोपाल और मुंबई वंदे भारत संचालन की तैयारी
लखनई से कई शहरों की ओर जाने वाली ट्रेनों के मेंटनेंस की क्षमता अगले चार महीने में बढ़ जाएगी। लखनऊ स्टेशन के कानपुर छोर पर दो लाइन वाली वाशिंग लाइन, दो लाइन की सिक लाइन वाला कोचिंग कांप्लेक्स नवंबर तक तैयार हो जाएगा। रेलवे दिसंबर में इस कांप्लेक्स के तैयार होने के बाद भोपाल और मुंबई वंदे भारत सहित कई नई ट्रेनें चला सकेगा।
लखनऊ स्टेशन पर आने वाली सभी वंदे भारत ट्रेनों का प्रारंभिक परीक्षण इस समय दूसरे स्टेशनों पर होता है। लखनऊ में अभी वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी प्रीमियम ट्रेन के रखरखाव के लिए आधुनिक वाशिंग लाइन और सिक लाइन नहीं थी। इस कारण नई वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन में बाधा आ रही है। रेलवे कानपुर छोर पर 600 मीटर लंबी दो लाइन वाली वाशिंग लाइन तैयार कर रहा है।
इसके साथ ही 200 मीटर का शेड भी तैयार हो रहा है। इसका सिविल कार्य लगभग पूरा हो गया है। अब वाशिंग लाइन और सिक लाइन में पटरियों को बिछाया गया है। उसे लखनऊ स्टेशन के प्लेटफार्म एक की लूप लाइन से जोड़ा जाएगा। इस बीच रेलवे अगले माह कोचिंग कांप्लेक्स में वंदे भारत सहित कई ट्रेनों की नियमित जांच में उपयोग होने वाले कैरिज व वैगन और विद्युत अनुभागों से जुड़े उपकरण खरीदेगा।
वाशिंग लाइन पर जहां स्काडा तकनीक का उपयोग कर ट्रेनों की धुलाई होगी, वहीं सिक लाइन पर ट्रेनों के पहियों, बोगियों की एसी सहित कई तरह की जांच की जा सकेगी। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक लखनऊ स्टेशन को इस साल दिसंबर तक भोपाल और मुंबई की वंदे भारत मिल सकती है। रेल कोच फैक्ट्री में इसके रैक का उत्पादन हो रहा है।
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