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    नदी में पांच डूबे, मलबे में दबने से पिता-पुत्र की मौत... भयावह है यूपी में बाढ़ का मंजर; जीवन अस्त-व्यस्त

    Updated: Sat, 09 Aug 2025 10:15 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश में बाढ़ से हालात गंभीर हैं। फतेहपुर में कजरी विसर्जन के दौरान पांच लोग डूबे जिनमें एक की मौत हो गई। चंदौली में मकान गिरने से पिता-पुत्र की जान गई। कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं जिससे कई गांव प्रभावित हैं। गंगा नदी का जलस्तर कई जिलों में चेतावनी के स्तर को पार कर गया है। मुरादाबाद में रामगंगा ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है।

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    नदियों में पांच डूबे, मलबे में दबने से पिता-पुत्र की मौत।

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। पहाड़ों पर हो रही बरसात के चलते नदियों में आई बाढ़ उत्तर प्रदेश में जानलेवा बनी हुई है। फतेहपुर में कजरी विसर्जन के दौरान नदियों में पांच लोग डूब गए। इनमें एक का शव मिला है और चार लापता हैं।

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    चंदौली में कच्चा घर गिर गया। मलबे में दबने से पिता-पुत्र की मौत हो गई। कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इससे कई सौ गांव बाढ़ और जलभराव की चपेट में हैं। हालांकि, राहत की बात यह है कि कई नदियों का जलस्तर कम भी हो रहा है।

    फतेहपुर में 18 वर्षीय सोनी निषाद यमुना में नहाते समय डूब गई। उसे बचाने में 24 वर्षीय बड़ी बहन अंजली निषाद भी डूब गई। चित्रकूट में वाल्मीकि नदी में बहनों के साथ कजरी विसर्जन गए चार भाई बह गए। दो को बचा लिया गया, एक का शव मिला है। 17 वर्षीय योगेश कजरी विसर्जन के लिए मंदाकिनी नदी पर बहनों के साथ गया था। नहाने के दौरान योगेश तेज बहाव में बह गया।

    चंदौली में बरसात में शुक्रवार रात 11 बजे एक कच्चा मकान ढह गया। मकान में एक ही चारपाई पर सो रहे शिवमूरत बिंद और उनके बेटे जयहिंद की मौके पर मृत्यु हो गई। फर्रुखाबाद में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है। फतेहपुर में गंगा का पानी चेतावनी बिंदु से 24 सेमी ऊपर पहुंच गया है।

    कन्नौज में भी यह खतरे के निशान के करीब है। उन्नाव में पानी चेतावनी बिंदु के करीब है। शाहजहांपुर में उफना चुकी गंगा खतरे के निशान से 35 सेमी ऊपर बह रही है। हापुड़ में शनिवार को गंगा का जलस्तर 199.44 सेंटीमीटर तक पहुंच गया, जो बाढ़ के निशान से 24 सेंटीमीटर ऊपर है। ग्रामीणों के अनुसार पिछले 12 वर्षो में इस तरह का जलभराव हमने नहीं देखा है। बदायूं में भी गंगा खतरे के निशान से ऊपर है।

    मुरादाबाद मंडल में गंगा सहित अन्य नदियों के उफान पर आने से सैकड़ों गांव जलमग्न हो गए हैं। कई मार्गों पर यातायात बाधित है। संभल में गंगा खतरे के निशान को पार कर गई है। मुरादाबाद में रामगंगा ने 15 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। नदी का जलस्तर 191.46 मीटर पर पहुंचा है।

    मुरादाबाद शहर से सटी गांगन नदी भी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है। बिजनौर में मंगलवार रात को टूटा मालन नदी का तटबंध शनिवार सुबह पांच बजे ठीक कर दिया गया। मेरठ-पौड़ी हाईवे यातायात के लिए बंद है। मेरठ और आसपास के जिलों में शनिवार सुबह से बरसात हो रही है।

    आसपास के एक दर्जन से अधिक गांवों का जिला जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। सैकड़ों बीघा फसलें पानी से डूब गई। पूरनपुर में शारदा नदी कटान कर रही है। वाराणसी सहित पूर्वांचल के सभी जिलों में गंगा का जलस्तर कम होने लगा है।

    वाराणसी में गंगा का जलस्तर शनिवार शाम चार बजे खतरा बिंदु से 1.66 मीटर मीटर नीचे था। मऊ में मछली पकड़ने सरयू नदी में उतरे 55 वर्षीय रामाकांत निषाद की डूबने से मौत हो गई। मऊ और आजमगढ़ में सरयू नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है।