नमो भारत कॉरिडोर का 'सुरक्षा कवच' बनेंगे UPSSF के जवान, CISF ने शुरू की ट्रेनिंग
(सीआईएसएफ) ने सोमवार से दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की प्रशिक्षण इकाई में 40 जवानों और एक कमांडर का प्रशिक्षण शुरू कर दिया है। कारिडोर की सुरक्षा के ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल (यूपीएसएसएफ) के जवान नमो भारत कारिडोर का सुरक्षा कवच बनेंगे। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) ने सोमवार से दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन की प्रशिक्षण इकाई में 40 जवानों और एक कमांडर का प्रशिक्षण शुरू कर दिया है। कारिडोर की सुरक्षा के लिए 240 जवानों को प्रशिक्षण देकर तैनात किया जाएगा। नमो भारत कारिडोर का संचालन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (एनसीआरटीसी) द्वारा किया जा रहा है।
कारिडोर की सुरक्षा को लेकर छह दिवसीय प्रशिक्षण कोर्स में एसएसएफ के जवानों को विभिन्न प्रकार के अत्याधुनिक इलेक्ट्रानिक गैजेट के उपयोग की जानकारी दी जाएगी। एसएसएफ के महानिदेशक डीके ठाकुर ने बताया कि सीआइएसएफ के विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिए जाने से एसएसएफ के जवान एक्स-रे बैगेज इंस्पेक्शन सिस्टम (एक्स-बिस) जैसे अत्याधुनिक उपकरणों का संचालन प्रभावी ढंग से कर सकेंगे। यह स्कैनर हवाई अड्डों, माल और सरकारी भवनों में उपयोग किए जाते हैं।
सीआइएसएफ और डीएमआरसी के प्रशिक्षण सेल में संसद भवन परिसर जैसे संवेदनशील प्रतिष्ठानों के लिए भी जवानों को प्रशिक्षित किया जाता है।एनसीआरटीसी के सीपीआरओ पुनीत वत्स ने बताया कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कारिडोर की कुल 82 किलोमीटर लंबाई में से फिलहाल 55 किलोमीटर खंड चालू हो चुका है। इसमें से 46 किलोमीटर उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद से मेरठ के बीच है।
शेष 23 किलोमीटर खंड मेरठ साउथ से मोदीपुरम तक तीन अतिरिक्त स्टेशनों के साथ जल्द ही चालू किया जाएगा। देश में पहली बार मेरठ मेट्रो सेवाएं भी नमो भारत ट्रेनों के साथ एक ही ट्रैक और बुनियादी ढांचे पर संचालित की जाएंगी। तीन कोच वाली यह मेट्रो सेवा मेरठ साउथ से मोदीपुरम डिपो तक 23 किलोमीटर के मार्ग पर 11 स्टेशनों को कवर करेगी।---

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