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    यूपी सिडको का नया कदम: भवनों के रखरखाव से बढ़ाएगा आय, बिल्डिंग मेंटेनेंस और कैंटीन जैसी सुविधाएं भी देगा

    Updated: Fri, 11 Apr 2025 05:47 PM (IST)

    यूपी सिडको अब निर्माण के साथ सर्विस सेक्टर में भी कदम रखेगा। सरकारी भवनों की लिफ्ट रखरखाव और कैंटीन जैसी सुविधाएं देकर आय बढ़ाने की योजना है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में 1200 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट पूरे करने के बाद अब विभाग सर्विस सेक्टर से अतिरिक्त आय अर्जित करने का प्रयास करेगा। इसके लिए कई विभागों को पत्र लिखा गया है।

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    अब बिल्डिंग मेंटनेंस और कैंटीन जैसी सुविधाएं भी देगा यूपी सिडको। (तस्वीर जागरण)

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। निर्माण के क्षेत्र में कई उपलब्धि दर्ज कराने वाला यूपी सिडको अब सर्विस भी प्रदान करेगा। बड़े-बड़े सरकारी भवनों की लिफ्ट व अन्य तरह के मेंटनेंस के अलावा कार्यालयों में कैंटीन और कैफेटेरिया जैसी सेवाएं देकर यूपी सिडको अपनी आय बढ़ाएगा। यूपी सिडको की ओर से सरकारी आवासों के रखरखाव सहित कई तरह की सेवाएं देने के लिए विभागों को पत्र लिखा जा रहा है।

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    यूपी सिडको को वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 1200 करोड़ रुपये के प्रोजेक्टों को पूरा करने का लक्ष्य दिया गया था। विभाग ने केंद्रीय विद्यालय, आश्रम पद्धति के स्कूल सहित कई तरह के भवनों के निर्माण किए हैं। वित्तीय वर्ष 2019-20 और 2020-21 में कोरोना व अन्य कारणों से यूपी सिडको का लाभ शून्य पहुंच गया था।

    सिग्नेचर बिल्डिंग की मरम्मत का काम कर रहा यूपी सिडको

    वर्ष 2021-22 में 11.13 करोड़ रुपये, 2022-23 में 18.25 करोड़ रुपये और 2023-24 में 20.07 करोड़ रुपये की आय यूपी सिडको ने प्राप्त की है। वर्ष 2024-25 के आय-व्यय की अंतिम लेखा रिपोर्ट अब तक तैयार नहीं हो सकी है। ऐसे में विभाग वर्ष 2025-26 की अपनी आय बढ़ाने के लिए सर्विस सेक्टर में भी हाथ आजमाएगा। अभी सिग्नेचर बिल्डिंग की मरम्मत का काम यूपी सिडको कर रहा है।

    यूपी सिडको के एमडी कुमार प्रशांत का कहना है कि हम सरकारी विभागों के कार्यालयों, आवासीय बिल्डिंगों की लिफ्ट सहित उनके रखरखाव व कैंटीन सहित कई तरह की फैसिलिटी मैनेजमेंट सर्विस शुरू करने जा रहे हैं। यह काम टेंडर के जरिए चयनित फर्मों के माध्यम से कराएंगे।

    विभाग के अधिकारी-कर्मचारी करेंगे देखरेख

    विभाग के अधिकारी और जिम्मेदार कर्मचारी उनकी देखरेख करेंगे। विभाग को सर्विस सेक्टर से भी आय मिलेगी। इस सेवा से अपनी आय बढ़ाने के लिए कई विभागों को पत्र भेजा गया है। विभागों की ओर से उनकी आवश्यकताओं की जानकारी मिलते ही इस दिशा में काम शुरू कर दिया जाएगा।

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