Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    देश के एक लाख से अधिक प्राथमिक स्कूल सिर्फ एक ही शिक्षक के भरोसे, लाखों पद खाली; देखें पूरी लिस्ट

    देशभर के स्कूलों में आठ लाख से अधिक शिक्षक पद खाली हैं जो नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy) को लागू करने में बड़ी बाधा बन रहे हैं। शिक्षा मंत्रालय ने राज्यों को खाली पदों को प्राथमिकता से भरने के निर्देश दिए हैं। देश के एक लाख से अधिक प्राथमिक स्कूल केवल एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं।

    By Jagran News Edited By: Chandan Kumar Updated: Thu, 10 Apr 2025 08:36 PM (IST)
    Hero Image
    ग्रामीण स्कूलों में अकेले शिक्षक के सहारे पढ़ाई कर रहे हैं छात्र। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। स्कूलों में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति ( एनईपी) को लागू करने के लिए भले ही केंद्र और राज्य सरकारें पूरी शिद्दत से जुटी हुई है लेकिन हकीकत यह है कि स्कूलों में इसे अमल में लाने के लिए पर्याप्त शिक्षक ही नहीं है। स्कूलों में अभी भी शिक्षकों के करीब आठ लाख पद खाली पड़े है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह बात अलग है कि पिछले सालों के मुकाबले इसमें सुधार हुआ है, पहले यह संख्या दस लाख से अधिक थी। इसके साथ ही देश के एक लाख से अधिक प्राथमिक स्कूल ऐसे भी है, जो सिर्फ एक शिक्षक के भरोसे चल रहे है। स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र शुरू होने के साथ ही शिक्षा मंत्रालय ने शिक्षकों के खाली पदों को भरने के लिए राज्यों को एक बार फिर पत्र लिखा है। जिसमें शिक्षकों के खाली पदों को प्राथमिकता से भरने के निर्देश दिए है। साथ ही यह सुझाव दिया है कि स्कूलों में शिक्षकों के पद रिक्त होने से पहले ही उन्हें भरने की योजना बनाई जाए। जिससे स्कूलों को जल्द नए शिक्षक मिल सके।

    पद का खाली होना एक सतत प्रकिया: शिक्षा मंत्रालय

    मंत्रालय का मानना है कि स्कूलों में शिक्षकों के पदों का खाली होना एक सतत प्रक्रिया है, लेकिन यदि तीन-तीन महीने में सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों का ब्यौरा जुटाया जाए व खाली होने वाले पदों पर भर्ती की प्रक्रिया को पहले से शुरू कर दी जाए, इससे संकट से बचा जा सकता है।

    शिक्षा मंत्रालय की ओर से संसद को सौंपी गई एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में वैसे तो शिक्षकों की कुल संख्या 98 लाख है। इनमें से करीब आठ लाख पद अभी भी खाली है।

    सबसे अधिक पद बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल में खाली है। इसके साथ ही देश में एक लाख से अधिक प्राथमिक स्कूल ऐसे है, जो एक ही शिक्षक के भरोसे चल रहे है। एक शिक्षक के भरोसे स्कूलों की सूची में बिहार की स्थिति बाकी राज्यों से थोड़ी अच्छी है।

    गौरतलब है कि मौजूदा समय में देश में 14.71 लाख से अधिक स्कूल है। जिसमें 2.60 लाख स्कूल शहरी क्षेत्रों में है, बाकी 12.12 लाख से अधिक स्कूल ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित है।

    इन प्रमुख राज्यों में कितने स्कूलों में एक शिक्षक है

    राज्य स्कूलों की संख्या

    राज्य स्कूलों की संख्या
    आंध्र प्रदेश 12543
    मध्य प्रदेश 11035
    झारखंड 8294
    कर्नाटक 7477
    राजस्थान 7673
    पश्चिम बंगाल 5437
    उत्तर प्रदेश 4572
    हिमाचल प्रदेश 3365
    छत्तीसगढ़ 5520

    यह भी पढ़ें: 'मुंबई हमले के बाद गांधी परिवार ने नहीं होने दी कार्रवाई', भाजपा ने लगाए गंभीर आरोप; जानिए क्या है मामला