UPPCL: खराब स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जाने से उपभोक्ता परेशान, उपभोक्ता परिषद की मीटिंंग में उठा मुद्दा
UP Electricity यूपी में बिजली उपभोक्ता बिना जांचे लगाए जा रहे स्मार्ट प्री-पेड मीटर से परेशान हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि ये मीटर ढंग से काम नहीं कर ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। (UP Electricity) बिजली उपभोक्ता बिना टेस्ट किए लगाए जा रहे स्मार्ट प्री-पेड मीटर से परेशान हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि स्मार्ट प्री-पेड मीटर ढंग से काम नहीं कर रहे। बिल भी अत्याधिक आ रहा है। यह मामला शनिवार को उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के साप्ताहिक वेबिनार में जोर-शोर से उठाया गया।
तमाम जिलों से ऑनलाइन जुड़े बिजली उपभोक्ताओं ने उप्र पावर कारपोरेशन लिमिटेड की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि बिना जांच के स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाया जाना ठीक नहीं है। वहीं बड़ी संख्या में किसानों ने गलत बिल ठीक न होने का मुद्दा उठाया। 31 मार्च 2023 के पहले के ऐसे बिल जो गलत आ गए हैं, वे ठीक नहीं हो पा रहे हैं। किसान बिजली विभाग के दफ्तरों का चक्कर लगाकर परेशान हो चुके हैं।
किसान नहीं उठा पा रहे मुफ्त बिजली योजना का लाभ
बिलिंग सॉफ्टवेयर में बिल संशोधन की सुविधा न होने के कारण वह मुफ्त बिजली योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे। पहले उन्हें पुराने बिल को संशोधित कराकर अपना बिल चुकता करना होगा, तभी वे आगे मुफ्त बिजली योजना का लाभ उठा सकते हैं।
परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने उपभोक्ताओं को भरोसा दिलाया कि वह उनकी समस्याओं का समाधान कराएंगे। जल्द जिम्मेदार अधिकारियों से मिलकर इस मसले को हल कराएंगे।

महोली में 33 हजार का उड़ा जंफर, 1200 गांवों की बिजली गुल
वहीं सीतापुर में 33 हजार लाइन का जंफर शनिवार को उड़ गया, जिसको लेकर करीब 1200 गांवों की बिजली गुल हो गई। करीब साढ़े चार घंटे तक बिजली गुल होने पर कई बार उपभोक्ताओं ने उपखंड अधिकारी के सीयूजी नंबर पर काल की, पर उन्होंने किसी की काल रिसीव नहीं की। जबकि विभाग के अधिकारियों को निर्देश है कि वह प्राथमिकता के आधार पर सीयूजी नंबर पर आने वाली काल को उठाकर आम जनमानस की समस्याओं का समाधान करें। इससे इतर उपखंड अधिकारी ने किसी का फोन नहीं उठाया।
नाराज उपभोक्ताओं ने क्षेत्रीय विधायक ने समस्या को लेकर अवगत कराया। विधायक शशांक त्रिवेदी ने विभाग के उच्चाधिकारी से संपर्क कर समस्या का समाधान कराया। महोली उपकेंद्र जाने वाली 33 हजार जाने बिजली लाइन का जंफर में दोपहर करीब दो बजकर 25 मिनट ब्लास्ट हो गया। उपकेंद्र से जुड़े करीब 1200 गांवों की बिजली गुल हो गई। इन गांवों में करीब 35000 हजार उपभोक्ताओं को बिजली कटौती का सामना करना पड़ा।
विभाग के कर्मचारियों के प्रयास के बाद शाम करीब 6 बजकर 25 मिनट पर आपूर्ति बहाल हो सकी। नीरज, रामबीर, मनोज, श्यामू, शैलेंद्र व अभय सहित अन्य लोगों ने विभाग के प्रति आक्रोश व्याप्त है। यह फीडर रहे बंद महोली कस्बा, तहसील, मूड़ाहूसा बड़ागांव, बम्हौरा, उरदौली, रोहिला सहित सात फीडरों की बिजली गुल रही। ठप रहा कारोबार महोली में दोपहर से गुल हुई बिजली शाम को आई। लगातार चार घंटे कटौती से लोगों को सर्दी में काफी परेशान का सामना करना पड़ा।
लोगों के घरों में हीटर, ब्लोअर बंद रहे। खासा समस्या बुजुर्ग व बच्चों को हुई। कोट महोली में बिजली व्यवस्था पूरी ध्वस्त है, कई बार ज्ञापन के माध्यम से भी बताया गया है कि उपखंड अधिकारी किसी का फोन नहीं उठाते है। जल्द ही जिलाधिकारी से मिलकर भी शिकायत करेंगे। बिजली गुल होने से व्यापार पर काफी असर पड़ता है। महेश कुमार गुप्ता, अध्यक्ष, व्यापार मंडल वर्जन 33 हजार लाइन का जंफर उड़ने से बिजली गुल रही है। विभाग के कर्मियों ने काफी प्रयास किया जिसके बाद आपूर्ति बहाल हो सकी।
अतुल कुमार प्रजापति, अवर अभियंता जिला अस्पताल में गुल रही बिजली सीतापुर: जिला अस्पताल की भी शनिवार को बिजली गुल रही। अस्पताल की बिजली गुल होने से मरीज व तीमारदारों की काफी परेशानी हुई। करीब 30 मिनट तक अस्पताल की बिजली गुल रही।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा़ इन्द्र सिंह ने बताया कि बिजली जाने के बाद जनरेटर चलवाया दिया गया था। वहीं, तीमारदार आशीष, राजेश ने बताया कि अस्पताल अंधेरा होने से मरीजों को काफी दिक्कत हुई।
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