नए साल में यूपी यातायात पुलिस को मिलेंगे 5000 जवान, एक्सप्रेसवे-हाईवे पर भी किए जाएंगे तैनात
उत्तर प्रदेश में यातायात प्रबंधन सुधारने के लिए अगले माह तक 5000 प्रशिक्षित नागरिक पुलिस जवानों की तैनाती होगी। डीजीपी राजीव कृष्ण ने बताया कि जनवरी क ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। राज्य में यातायात प्रबंधन की समस्या को हल करने के लिए पांच हजार और जवानों की तैनाती अगले माह तक कर दी जाएगी। यातायात प्रबंधन के लिए चिह्नित किए गए नागरिक पुुलिस के इन जवानों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने बताया कि प्रशिक्षण का कार्य अगले वर्ष जनवरी के पहले सप्ताह में पूरा होने के बाद विभिन्न जिलों में जरूरत के हिसाब से इनकी तैनाती की जाएगी।
हर वर्ष जनवरी माह को सड़क सुरक्षा माह के रूप में मनाया जाता है। सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों के मामले में उत्तर प्रदेश देश में पहले स्थान पर है। सड़क सुरक्षा माह के तहत ट्रैफिक नियमों का सख्त पालन और पुलिस, परिवहन विभाग, स्वास्थ्य सेवाओं सहित अन्य विभागों के बीच समन्वित प्रयास कर नागरिकों को जागरूक किया जाएगा।
डीजीपी ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम को इस तरह तैयार किया गया है, जिससे पुलिसकर्मी यातायात नियंत्रण, दुर्घटना रोकथाम, त्वरित प्रतिक्रिया और रेस्क्यू आपरेशन में दक्ष हो सकें। खासतौर पर एक्सप्रेसवे और राष्ट्रीय राजमार्गों पर, जहां दुर्घटनाएं अक्सर जानलेवा साबित होती हैं, वहां इनकी तैनाती की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण पूरा होने के बाद इन कर्मियों को इस उद्देश्य से तैनात किया जाएगा कि दुर्घटनाओं को रोका जा सके और हादसे की स्थिति में तुरंत राहत और बचाव कार्य सुनिश्चित किया जा सके।
जीरो फेटलिटी योजना पर प्रभावी तरीके से होगा काम
डीजीपी ने बताया कि जीरो फेटलिटी योजना (सड़क दुर्घटनाओं में मौत न होना) को राज्य के सभी जिलों में सुनिश्चित करने पर पुलिस काम कर रही है। योजना के तहत दुर्घटना संभावित स्थानों (ब्लैक स्पाट) की पहचान कर उनका वैज्ञानिक विश्लेषण किया जा रहा है। साथ ही इसमें पेट्रोलिंग, वाहनों की गति की निगरानी, बेहतर साइन बोर्ड, पर्याप्त रोशनी और आपातकालीन प्रतिक्रिया की व्यवस्था की जा रही है।
बड़े शहरों में जाम की समस्या से निपटने की तैयारी
यातायात प्रबंधन के लिए नव प्रशिक्षित ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, गाजियाबाद, प्रयागराज, अयोध्या और नोएडा जैसे बड़े शहरों में भी तैनात किया जाएगा, जहां बढ़ते वाहनों की संख्या के कारण ट्रैफिक जाम एक बड़ी चुनौती बन चुका है।

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