उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए साल 2025 होगा खास, ये तीन बड़े काम पूरे होने से और बढ़ेगी टूरिज्म की रफ्तार
New Year 2025 | साल 2025 में उत्तर प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र में बड़ा बदलाव आने वाला है। अयोध्या में राम मंदिर काशी में रोपवे और प्रयागराज में महाकुंभ जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स पूरे होने से यहां पर्यटकों की संख्या में भारी इजाफा होगा। इससे न सिर्फ रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। साल 2025 (New Year 2025) में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh Trourism) अपने विकास के एक नए अध्याय की शुरुआत करने जा रहा है, जहां तीन प्रमुख परियोजनाओं के पूरा होने से राज्य का पर्यटन क्षेत्र नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Government) की अगुवाई में राज्य सरकार ने पर्यटन को प्रमुख प्राथमिकता दी है और इसके लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इन परियोजनाओं का सीधा असर उत्तर प्रदेश के पर्यटन, रोजगार और अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।
राम मंदिर का निर्माण कार्य होगा पूरा
पहला बड़ा कदम अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण है, जो 2025 के अंत तक पूरी तरह से तैयार हो सकता है। 3 मंजिला राम का मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। यह मंदिर न केवल धार्मिक महत्व का केंद्र बनेगा, बल्कि पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा।
राम मंदिर के निर्माण से अयोध्या (Ayodhya Ram Mandir) में धार्मिक पर्यटन में भारी बढ़ोतरी होगी, जिससे आसपास के क्षेत्रों में नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। राज्य सरकार (Yogi Government) के अनुसार, हर साल लाखों पर्यटक अयोध्या आकर राम मंदिर में रामलला के दर्शन करेंगे, जिससे स्थानीय व्यवसायों को भी फायदा होगा।
काशी में चार किमी. लंबे रोपवे पर चल रहा काम
इसके अलावा पुरातनता को सहेजे अनवरत काशी में बह रही विकास की गंगा नए साल में अपने साथ कई स्वर्णिम अध्याय जोड़ेगी। काशी (Kashi) को 2025 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, रोपवे, रिंग रोड फेज दो और लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट के विस्तारीकरण, नया टर्मिनल समेत कई छोटी-बड़ी परियोजनाएं मिलने की उम्मीद है। इसी के साथ ही महाश्मशान मणिकर्णिका व हरिश्चंद्र घाट नव्य भव्य आकार लेगा।
बता दें कि देश का पहला अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे परियोजना अंतिम दौर में है। कैंट, भारत माता मंदिर (विद्यापीठ) और रथयात्रा में रोपवे स्टेशन तैयार हो चुका है। फसाड से जुड़े कार्य हो रहे हैं। स्टेशन की दीवारों और फर्श पर चुनार का स्टोन लगाया जा रहा है।
हर स्टेशन पर बड़े आकार में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Mandir) का शिखर, त्रिशूल और डमरू लगेगा। लगभग आठ सौ करोड़ रुपये इस पर खर्च हो रहे हैं। 3.75 किलोमीटर लंबा रोपवे का सफर वाराणसी कैंटोनमेंट रेलवे स्टेशन को गोदौलिया को जोड़ेंगे। पर्यटकों को कैंट स्टेशन से श्रीकाशी विश्वनाथधाम तक पहुंचने का मार्ग आसान हो जाएगा।
प्रयागराज में होगा महाकुंभ, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
2025 में प्रयागराज में महाकुंभ (Maha Kumbh 2025) का आयोजन उत्तर प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक अवसर होगा। 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक होने वाले इस मेले के लिए योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) की सरकार ने व्यापक तैयारियां की है। सरकार ने संगम क्षेत्र (Sangam Maha Kumbh) में आधुनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण, स्वच्छता सुविधाएं और सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया। महाकुंभ में इस बार डिजिटल टिकटिंग, बेहतर परिवहन और अस्थायी आवास की सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार में महाकुंभ (Prayagraj Maha Kumbh) का आयोजन बड़े कार्यक्रमों में से एक है। महाकुंभ, जो विश्वभर से लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है, उत्तर प्रदेश की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करेगा। इस आयोजन से न केवल पर्यटन में वृद्धि होगी, बल्कि स्थानीय व्यवसायों को भी प्रोत्साहन मिलेगा। पर्यटन विभाग ने इस वर्ष पर्यटकों की संख्या 50 करोड़ से ज्यादा हो सकती है। पर्यटकों को बेहतर अनुभव मिलेगा और राज्य की अर्थव्यवस्था में भी सकारात्मक बदलाव आएगा।
इन परियोजनाओं के पूरा होने से उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh Tourism) का पर्यटन क्षेत्र न सिर्फ देश में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रमुख केंद्र के रूप में उभर सकता है। यह राज्य के विकास की दिशा को भी बदल देगा और रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा। साथ ही इन योजनाओं से राज्य की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा और लोगों की जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव आएगा।
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