नए साल से पहले यूपी के मंदिरों में भक्तों का सैलाब, काशी में स्पर्श दर्शन पर रोक, वृंदावन में वाहनों की एंट्री बंद
कड़ाके की ठंड के बावजूद नए साल से पहले उत्तर प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। काशी विश्वनाथ में 3 जनवरी तक स्पर्श दर ...और पढ़ें

जागरण टीम, लखनऊ। शीतलहर के बावजूद श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं है। प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ ने धार्मिक उत्सव का माहौल बना दिया है। वर्ष के अंतिम दिनों में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है।
लोग नए साल की शुरुआत ईश्वर के आशीर्वाद के साथ करना चाह रहे हैं। यही कारण है कि धार्मिक स्थलों पर लगातार भीड़ बढ़ रही है। काशी विश्वनाथ मंदिर, राम जन्मभूमि और मथुरा-वृंदावन में भारी भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
कड़ाके की ठंड के बीच नववर्ष के पूर्व आगरा-मथुरा में श्रद्धालुओं व पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। मंदिरों की नगरी वृंदावन में रविवार को भी करीब एक लाख श्रद्धालु दर्शन को पहुंचे। मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से 29 दिसंबर से पांच जनवरी तक वृंदावन आने से परहेज करने की अपील की।
भीड़ के दौरान दिव्यांग, बीमार, बच्चों, गर्भवती महिलाओं को लाने से बचें। कीमती वस्तु पहनकर न आएं और न ही अपने साथ किसी तरह का बैग आदि लेकर मंदिर तक पहुंचें। कहा मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ का दबाव बनेगा।
ऐसे में जो भी श्रद्धालु दर्शन को आ रहे हैं भीड़ का आकलन कर ही वृंदावन आएं। वृंदावन में बाहरी वाहनों के प्रवेश पर दो जनवरी तक रोक लगा रखी है। बरसाना में यह रोक पांच जनवरी तक है।
वहीं, रविवार को दिनभर में 46 हजार 748 पर्यटकों ने टिकट लेकर ताजमहल देखा। 15 वर्ष तक के निश्शुल्क प्रवेश पाने वाले बच्चों को इसमें शामिल कर लें तो दिनभर में करीब 70 हजार पर्यटकों ने ताजमहल देखा।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं के जनज्वार को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने आगामी तीन जनवरी तक के लिए बाबा के स्पर्श दर्शन पर रोक लगा दी है। भक्तों को केवल झांकी दर्शन ही कराया जा रहा है। परिसर में भारी भीड़ प्रबंधन के लिए महाकुंभ व सावन जैसे उपाय किए गए हैं।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि तीन जनवरी के बाद भीड़ की समीक्षा करने के पश्चात स्पर्श दर्शन के संबंध में निर्णय लिए जाएगा।
मंदिर विशिष्ट क्षेत्र के उपजिलाधिकारी शंभूशरण ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि भारी भीड़ व ठंड मौसम को देखते हुए वृद्धजन, बीमार एवं बच्चे दर्शन-यात्रा से परहेज करें तो अच्छा है।
प्रशासन ने संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से ही एंबुलेंस व अन्य इमरजेंसी वाहनों तथा दुपहिया को छोड़ गैर जनपदों के नंबरों वाले चार पहिया वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दिया है। नववर्ष पर मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों के चरण स्पर्श पर रोक रहेगी।
ठंड से किसी प्रकार की समस्या होने पर वृद्धजनों के समुचित इलाज के लिए चिकित्सा टीम तैनात की गई है। अयोध्या में कोई गाइडलाइन तो नहीं जारी हुई है, लेकिन भीषण ठंड के बाद भी भीड़ लगातार बढ़ रही है।
संशोधित :: नववर्ष से पहले ही प्रदेश के मंदिरों में उमड़ी भीड़ नोट : वृंदावन से कुछ अतिरिक्त इनपुट जोड़ा गया है। ------------------------काशी में तीन जनवरी तक स्पर्श दर्शन बंद, वृंदावन में दो जनवरी तक बाहरी वाहनों के प्रवेश पर रोक-भीड़ का आकलन कर ही दर्शन को आएं श्रद्धालु, दिव्यांग, बीमार, बच्चों, गर्भवती को लाने से बचेंजागरण टीम, लखनऊ : शीतलहर के बावजूद श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं है। प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ ने धार्मिक उत्सव का माहौल बना दिया है। वर्ष के अंतिम दिनों में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। साथ ही लोग नए साल की शुरुआत ईश्वर के आशीर्वाद के साथ करना चाह रहे हैं। यही कारण है कि धार्मिक स्थलों पर लगातार भीड़ बढ़ रही है। काशी विश्वनाथ मंदिर, राम जन्मभूमि और मथुरा-वृंदावन में भारी भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। कड़ाके की ठंड के बीच नववर्ष के पूर्व आगरा-मथुरा में श्रद्धालुओं व पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। मंदिरों की नगरी वृंदावन में रविवार को भी करीब एक लाख श्रद्धालु दर्शन को पहुंचे। मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से 29 दिसंबर से पांच जनवरी तक वृंदावन आने से परहेज करने की अपील की। भीड़ के दौरान दिव्यांग, बीमार, बच्चों, गर्भवती महिलाओं को लाने से बचें। कीमती वस्तु पहनकर न आएं और न ही अपने साथ किसी तरह का बैग आदि लेकर मंदिर तक पहुंचें। कहा मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ का दबाव बनेगा। ऐसे में जो भी श्रद्धालु दर्शन को आ रहे हैं भीड़ का आकलन कर ही वृंदावन आएं। वृंदावन में बाहरी वाहनों के प्रवेश पर दो जनवरी तक रोक लगा रखी है। बरसाना में यह रोक पांच जनवरी तक है। वहीं, रविवार को दिनभर में 46 हजार 748 पर्यटकों ने टिकट लेकर ताजमहल देखा। 15 वर्ष तक के निश्शुल्क प्रवेश पाने वाले बच्चों को इसमें शामिल कर लें तो दिनभर में करीब 70 हजार पर्यटकों ने ताजमहल देखा। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं के जनज्वार को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने आगामी तीन जनवरी तक के लिए बाबा के स्पर्श दर्शन पर रोक लगा दी है। भक्तों को केवल झांकी दर्शन ही कराया जा रहा है। परिसर में भारी भीड़ प्रबंधन के लिए महाकुंभ व सावन जैसे उपाय किए गए हैं। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि तीन जनवरी के बाद भीड़ की समीक्षा करने के पश्चात स्पर्श दर्शन के संबंध में निर्णय लिए जाएगा। मंदिर विशिष्ट क्षेत्र के उपजिलाधिकारी शंभूशरण ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि भारी भीड़ व ठंड मौसम को देखते हुए वृद्धजन, बीमार एवं बच्चे दर्शन-यात्रा से परहेज करें तो अच्छा है। प्रशासन ने संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से ही एंबुलेंस व अन्य इमरजेंसी वाहनों तथा दुपहिया को छोड़ गैर जनपदों के नंबरों वाले चार पहिया वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दिया है। नववर्ष पर मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों के चरण स्पर्श पर रोक रहेगी। ठंड से किसी प्रकार की समस्या होने पर वृद्धजनों के समुचित इलाज के लिए चिकित्सा टीम तैनात की गई है। अयोध्या में कोई गाइडलाइन तो नहीं जारी हुई है, लेकिन भीषण ठंड के बाद भी भीड़ लगातार बढ़ रही है।

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