UP Schools: यूपी के इन स्कूलों को बनाया जाएगा 'आदर्श विद्यालय', स्मार्ट क्लास से क्लब रूम तक की मिलेगी सुविधा
उत्तर प्रदेश सरकार 500 से अधिक नामांकन वाले प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित करेगी। इसके लिए 2000 करोड़ रुपये की योजना को स्वीकृति दी गई है। इन विद्यालयों में आधुनिक सुविधाएं जैसे स्मार्ट क्लास कंप्यूटर लैब और लाइब्रेरी आदि उपलब्ध कराई जाएंगी। योजना का उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना और छात्रों को तकनीकी रूप से मजबूत बनाना है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश में जहां 50 से कम नामांकन वाले परिषदीय विद्यालयों को पेयरिंग (विलय) किया जा रहा है, वहीं, दूसरी ओर अब 500 से अधिक नामांकन वाले प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को ''''आदर्श विद्यालय'''' के रूप में विकसित किया जाएगा। ऐसे आदर्श विद्यालयों को आधुनिक और गुणवत्तापरक शिक्षा केंद्र बनाने के लिए 2,000 करोड़ की बड़ी योजना को स्वीकृति दी गई है।
बेसिक शिक्षा विभाग की यह अब तक की सबसे बड़ी निवेश योजना है, जिसे 2025-26 के वित्तीय वर्ष में लागू किया जाएगा। इसके अंतर्गत भवन निर्माण, स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर लैब, लाइब्रेरी, क्लब रूम, पेयजल, शौचालय, एमडीएम शेड, रैंप , लर्निंग बाय डुइंग, आइसीटी लैब और चारदीवारी जैसी सुविधाएं दी जाएंगी।
बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में शिक्षा को सिर्फ उपस्थिति नहीं, बल्कि गुणवत्ता और नवाचार से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। योजना का उद्देश्य प्रदेश के बच्चों को तकनीकी, बौद्धिक और सामाजिक रूप से मजबूत बनाना है।
स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा ने बताया कि इस योजना से छात्रों का नामांकन बढ़ेगा, पियर लर्निंग को बढ़ावा मिलेगा और शिक्षकों के कार्य विभाजन की व्यवस्था भी और बेहतर होगी। वित्त विभाग ने भी स्पष्ट किया है कि सभी कार्य बिना दोहराव के, पारदर्शिता और गुणवत्ता के साथ किए जाएंगे। कार्यदायी एजेंसियों का चयन नियमों के अनुसार होगा और राज्य स्तर पर हर गतिविधि की सख्त निगरानी होगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।