सड़कों पर अब नहीं उड़ेगी धूल! 4500 करोड़ की लागत से यूपी की सड़कों और पुलों का होगा मेकओवर, ये है प्लान
उत्तर प्रदेश में सड़कों और पुलों की मरम्मत के लिए 4500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। शहरी क्षेत्रों के लिए 2700 करोड़ और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 1800 करोड़ रुपये निर्धारित हैं। पीडब्ल्यूडी ने जिलों से रिपोर्ट मांगी है और जल्द ही कार्य शुरू किया जाएगा। सरकार का लक्ष्य है कि सड़कों पर अब नहीं उड़ेगी और इस कार्ययोजना को समय पर पूरा किया जाए।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश के मार्गों व पुलियों की दशा सुधारने पर 4,500 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस राशि में 2,700 करोड़ रुपये शहरी क्षेत्रों व 1,800 करोड़ रुपये ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित मार्गों व पुलियों के रखरखाव पर खर्च किए जाएंगे। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने सभी जिलों से खराब मार्गों व पुलियों की स्थिति की रिपोर्ट मांगी है।
रिपोर्ट आने के बाद संबंधित मार्गों व पुलियों को कार्ययोजना में शामिल कर रखरखाव का कार्य शुरू किया जाएगा।पीडब्ल्यूडी बीते वित्तीय वर्ष की कार्ययोजना सितंबर माह में तैयार कर सका था। विभागीय मंत्री होने के नाते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों और जिला प्रशासन से सुझाव लेकर कार्ययोजना तैयार की जाए।
कार्ययोजना तैयार करने में हुई देरी
इसके बाद अक्टूबर माह में कार्ययोजना तैयार कर उस पर काम शुरू किया गया था। कार्ययोजना तैयार करने में हुई देरी के कारण पिछले वित्तीय वर्ष में सड़कों व पुलियों के रखरखाव संबंधी तमाम कार्यों को स्वीकृति नहीं मिल सकी थी। इस बार पीडब्ल्यूडी की कोशिश है कि कार्ययोजना समय से तैयार कर स्वीकृति के लिए शासन को भेज दी जाए।
इसके लिए 20 अप्रैल तक का समय अधिकारियों को दिया गया था, लेकिन अभी तक कार्ययोजना तैयार नहीं की जा सकी है। जिन कार्यों को योजना में शामिल किया जाना है उनका सर्वेक्षण जरूरी है। नतीजतन कार्ययोजना तैयार करने में थोड़ा और वक्त लग सकता है। लोक निर्माण विभाग के डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ ने पीडब्ल्यूडी प्रशासन से सर्वेक्षण के बाद ही प्रस्ताव तैयार करने की मांग की है।
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