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    UP Politics: विधानसभा में बोलने का मौका न मिलने पर पल्लवी पटेल बिफरी, बोलीं- मिला धोखा

    Updated: Wed, 18 Dec 2024 03:03 AM (IST)

    उत्तर प्रदेश विधानसभा में समाजवादी पार्टी की विधायक पल्लवी पटेल को मंगलवार को भी अपनी बात रखने का मौका नहीं मिल सका। वह राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थानों में 177 प्रवक्ताओं की नियमों के विपरीत पदोन्नति किए जाने का आरोप लगा रही हैं। पल्लवी पटेल ने प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल पर आरोप लगाए कि उन्होंने 25-25 लाख रुपये घूस ली है। पिछड़े वर्ग के लोगों का नुकसान हुआ है।

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    लखनऊ: मंगलवार को विधान भवन के बाहर संवाददाताओं से बात करतीं सपा विधायक पल्लवी पटेल। जागरण

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। विधानसभा में सपा विधायक पल्लवी पटेल को मंगलवार को भी अपनी बात रखने का मौका नहीं मिल सका। वह सवाल पूछने के लिए खड़ी हुईं तो विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने नियमों का हवाला देकर उन्हें बैठा दिया। 

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    वह राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थानों में 177 प्रवक्ताओं की नियमों के विपरीत पदोन्नति किए जाने का आरोप लगा रही हैं। दूसरे दिन भी जब उन्हें बात रखने का अवसर नहीं मिला तो वह सदन से दोपहर 3:30 बजे बाहर निकल आईं। बोलीं मेरे साथ धोखा हुआ है।

    सरकार भ्रष्टाचार पर बात ही नहीं करना चाहती

    पत्रकारों से बातचीत में पल्लवी पटेल ने कहा कि अंधेर नगरी चौपट राजा। सरकार भ्रष्टाचार पर बात ही नहीं करना चाहती। वह तो हिंदू-मुस्लिम व मंदिर-मस्जिद में व्यस्त हैं। उन्होंने प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल पर आरोप लगाए कि उन्होंने 25-25 लाख रुपये घूस ली है। पिछड़े वर्ग के लोगों का नुकसान हुआ है। 

    इससे पहले मंगलवार को सदन में नियम 56 के तहत चर्चा पूरी होने के बाद पल्लवी ने विधान सभा अध्यक्ष से इसी नियम के तहत उन्होंने पॉलिटेक्निक संस्थानों में शिक्षकों की प्रोन्नति में हुई गड़बड़ी का मुद्दा उठाने की मांग की। 

    इस पर विधान सभा अध्यक्ष ने सुसंगत नियम के तहत सूचना लगाने की बात कहते हुए उन्हें रोक दिया। कहा कि इस तरह वह बिना नियम के किसी भी सदस्य को बोलने का मौका नहीं दे सकते। सदन में जाे सदस्य बैठे हैं, उन्हें बिना नियम के सुन लूंगा ऐसा नियम नहीं है। 

    पल्लवी ने कहा कि सोमवार रात उन्हें धरने से उठाने से पूर्व संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना व प्रमुख सचिव, विधानसभा प्रदीप दुबे ने भरोसा दिलाया था कि उन्हें मंगलवार को सदन में अपनी बात रखने का मौका मिलेगा। इस पर सुरेश खन्ना ने कहा कि उन्होंने कहा था कि सुसंगत नियमों के तहत बात सुनी जाएगी। यह नहीं कहा था कि हर बात सुनी जाएगी।

    पिछड़ा वर्ग के सर्वाधिक शिक्षकों का प्रमोशन

    प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने मंगलवार को सफाई दी कि जो कुछ हुआ नियमानुसार ही हुआ। पिछड़ों को कोई नुकसान नहीं हुआ। हलांकि प्रमोशन में आरक्षण नहीं है फिर भी 177 शिक्षकों में 78 ओबीसी, 58 एससी और दो एससी श्रेणी के हैं। ऐसे में कोई नुकसान नहीं हुआ।

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