UP News: यदुवंशियों को खुश होना चाहिए क्योंकि… मंत्री संजय निषाद ने सदन में दे दिया बड़ा बयान
उत्तर प्रदेश विधान परिषद में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान मत्स्य मंत्री डॉ. संजय निषाद ने योगी सरकार की धार्मिक स्थलों के विकास की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अयोध्या और काशी के विकास के बाद अब मथुरा की बारी है। डॉ. संजय निषाद ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वे महाकुंभ के बारे में गलत प्रचार कर रहे हैं।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में धार्मिक स्थलों के विकास को लेकर योगी सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की मत्स्य मंत्री व निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि अयोध्या व काशी के विकास के बाद अब मथुरा की बारी है। ऐसे में यदुवंशियों को इससे खुश होना चाहिए। शुक्रवार को विधान परिषद में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान उन्होंने महाकुंभ में व्यवस्था को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर उन्होंने विपक्ष को कठघरे में खड़ा किया।
सरकार के अच्छे कार्यों का विपक्ष को समर्थन करना चाहिए
डॉ. संजय निषाद ने कहा कि प्रयागराज में निषादराज के श्रृंगवेरपुर धाम को विकसित करने का काम एनडीए की सरकार में ही हुआ। पहले दूसरे दलों की सरकारों ने इसका कोई विकास नहीं किया। सरकार के अच्छे कार्यों का विपक्ष को समर्थन करना चाहिए।
स्वस्थ लोकतंत्र की यही निशानी है। विपक्ष लगातार महाकुंभ के बारे में गलत प्रचार कर रहा है। इंटरनेट मीडिया पर फर्जी वीडियो पोस्ट किए जा रहे हैं। यह उचित नहीं है। देश-दुनिया से आ रहे लोगों का अच्छे ढंग से स्वागत करना हम सभी की जिम्मेदारी है।
जनता ने आपको भी दिया था मौका
प्राविधिक शिक्षा मंत्री व अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल ने सपा सदस्यों की ओर इशारा करते हुए कहा कि मौका जनता ने आपको भी दिया था। मगर सपा शासनकाल में शिक्षा, सड़क व रोजगार के लिए कोई काम नहीं हुआ।
सपा सनातन के खिलाफ नहीं: चौधरी
उधर, सपा के राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि सपा सनातन के खिलाफ नहीं है। हम महाकुंभ में हो रही अव्यवस्थाओं को उठा रहे हैं। कुंभ तो वर्षों से आयोजित हो रहा है, यह कोई भाजपा की देन नहीं है। बिना तैयारी महाकुंभ का न्योता देश-दुनिया में बांटा गया।
विपक्ष के साथ सरकार दुश्मनों जैसा व्यवहार करती है। राजधानी के कैंसर संस्थान में बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ मैं भी गया था। वहां कोई व्यवस्था नहीं है। सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की मूर्ति लगा दी गई है, कैंसर इलाज की अच्छी सुविधा नहीं है।
भाजपा के विजय बहादुर पाठक ने इस पर पलटवार किया और कहा कि नफरत कौन फैला रहा है? यह सपा के एक्स हैंडल पर देखा जा सकता है। शिक्षक दल के ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने वित्त विहीन शिक्षकों के लिए नियमावली बनाने का मुद्दा उठाया।
वहीं, निर्दलीय राजबहादुर सिंह चंदेल ने विषय विशेषज्ञ शिक्षकों को पुरानी पेंशन की सुविधा देने व व्यावसायिक शिक्षकों का मानदेय बढ़ाने का मामला उठाया।
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