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    UP News : प्रदेश में पर ब्लॉक वन क्रॉप सप्ताह का आयोजन, चार से गोष्ठियों से दी जाएगी औद्यानिक फसलों का उत्पादन बढ़ाने की जानकारी

    Updated: Sat, 02 Aug 2025 07:18 PM (IST)

    UP Horticulture Development Through Seminars विशेष सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है गोष्ठियों में किसानों निर्यातकों किसान उत्पादक संगठनों संबंधित विभागों से जुड़े प्रतिनिधियों आदि की भागीदारी होगी। किसानों को चयनित फसलों के बारे में विभागीय योजनाओं तकनीकी ज्ञान प्रसंस्करण विधियों गुणवत्ता मानकों पैकेजिंग और निर्यात संभावनाओं से अवगत कराया जाएगा।

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    गोष्ठियों से दी जाएगी औद्यानिक फसलों का उत्पादन बढ़ाने की जानकारी

    राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : औद्यानिक फसलों का उत्पादन बढ़ाने और निर्यात की संभावनाएं विकसित करने के लिए चार से आठ अगस्त तक प्रति ब्लाक एक फसल सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत विकास खंडो पर गोष्ठियों का आयोजन कर संबंधित ब्लाक के लिए चयनित फसल संबंधी जानकारियां दी जाएंगीं।

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    प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि पर ब्लॉक वन क्रॉप कार्यक्रम के अंतर्गत विकास खण्डों में एग्रो क्लाइमेटिक जोन आधारित, प्रसंस्करण एवं निर्यात के लिए उपयुक्त हाई वैल्यू वाली विशिष्ट औद्यानिक फसल का चयन किया गया है।

    चयनित फसल के आधार पर उस क्षेत्र में उत्पादन बढ़ाने के साथ किसानों को फसल आधारित संपूर्ण मूल्य श्रृंखला से जोड़ने के प्रयास किए जाएंगे। इस पहल से किसानों की आमदनी में वृद्धि होगी और राज्य की कृषि निर्यात क्षमता को मजबूती मिलेगी।

    प्रदेश में पर ब्लॉक वन क्रॉप सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान जनपद तथा विकास खण्डों पर गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। इन गोष्ठियों की अध्यक्षता मंडलीय उप निदेशक उद्यान द्वारा की जाएगी। कार्यक्रम के सफल आयोजन एवं अनुश्रवण के लिए राज्य स्तरीय कोआर्डिनेशन कमेटी गठित की गई है जो जनपदीय एवं मंडलीय अधिकारियों से समन्वय स्थापित करेगी।

    इस कार्यक्रम से औद्यानिक फसलों के क्षेत्रीय प्रोत्साहन के साथ-साथ उनके उत्पादन, प्रसंस्करण, विपणन, ब्रांडिंग एवं निर्यात को सशक्त बनाना है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में विशिष्ट और उच्च मूल्य वाली फसलों की औद्यानिक खेती का रूझान बढ़ रहा है। विगत छह से सात वर्षों में फल एवं सब्जियों के अंतर्गत तीन लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल एवं 211 लाख मी.टन से अधिक उत्पादन में वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश की आर्थिक प्रगति में बागवानी क्षेत्र की अहम भूमिका है।

    उद्यान राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य में योगदान के लिए प्रति ब्लाक एक फसल, कार्यक्रम शुरू किया गया है। इससे औद्यानिक फसलों के उत्पादन, प्रसंस्करण, विपणन, ब्रांडिंग एवं निर्यात को सशक्त बनाना है। इसके लिए ही विशेष सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है, गोष्ठियों में किसानों, निर्यातकों, किसान उत्पादक संगठनों, संबंधित विभागों से जुड़े प्रतिनिधियों आदि की भागीदारी होगी।

    किसानों को चयनित फसलों के बारे में विभागीय योजनाओं, तकनीकी ज्ञान, प्रसंस्करण विधियों, गुणवत्ता मानकों, पैकेजिंग और निर्यात संभावनाओं से अवगत कराया जाएगा। गोष्ठियों की अध्यक्षता मंडलीय उप निदेशक उद्यान द्वारा की जाएगी। आयोजन के लिए राज्य स्तरीय कोआर्डिनेशन कमेटी गठित की गई है, जो जनपदीय एवं मंडलीय अधिकारियों से समन्वय स्थापित करेगी।