UP News: सीएम योगी ने बढ़ाई यूपी पुलिस विभाग की टेंशन- नहीं बख्शा जाएगा ढीला रवैया, आलाधिकारियों के लिए भी…
कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर माफिया-अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई के कदम और तेज करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद गंभीर हैं। विशेष जोर महिला व अन्य गंभीर अपराधों में दोषियों को सजा सुनिश्चित कराने पर है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री ने सोमवार रात कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक में जिले से लेकर थाना स्तर पर की जा रही कार्रवाई को बारीकी से देखा और लापरवाहों को कड़ी चेतावनी दी।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो: कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर माफिया व अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई के कदम और तेज करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद गंभीर हैं। विशेष जोर महिला व अन्य गंभीर अपराधों में दोषियों को सजा सुनिश्चित कराने पर है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री ने सोमवार रात कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक में जिले से लेकर थाना स्तर पर की जा रही कार्रवाई को बारीकी से देखा और लापरवाहों को कड़ी चेतावनी दी।
पहली बार सीओ व एसओ को भी वीडियो कांफ्रेंसिंग में जोड़ा गया था और योगी ने उन्हें सीधा संदेश भी दिया। गंभीर अपराधों में हो रही कार्रवाई की थाना स्तर पर बढ़ाई गई निगरानी ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के लिए भी चुनौतियां बढ़ा दी हैं। गंभीर अपराधों में कार्रवाई के साथ ही उनकी बढ़ोतरी के कारणों के अध्ययन व रोकथाम का निर्देश दिया गया है।
टॉप 10 जिलों के अच्छे व खराब प्रदर्शन देखे गए
मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में गंभीर अपराधों में टॉप 10 जिलों के अच्छे व खराब प्रदर्शन को देखा गया था। इनमें इस वर्ष दर्ज अपराधों की पिछले वर्ष हुए अपराधों से तुलनात्मक अध्ययन किया गया। इस वर्ष अवैध मतांतरण के दर्ज कुल 241 मुकदमों में की गई कार्रवाई का विश्लेषण किया गया।
जिलों की पुलिस ने 176 मामलों में आरोपपत्र दाखिल किए और 16 मुकदमों में अंतिम रिपोर्ट लगाई, जबकि 48 मुकदमों की विवेचना जारी है। कुल 790 आरोपियों में 742 गिरफ्तार किए गए और 48 वांछित आरोपियों की तलाश की जा रही है।
समीक्षा की रिपोर्ट में निकला रिकॉर्ड
जिलेवार समीक्षा में सामने आया कि इटावा, आजमगढ़, जौनपुर, अयोध्या, संभल, मैनपुरी, जालौन, बलरामपुर, अमेठी व अंबेडकरनगर में शत प्रतिशत कार्रवाई हुई, जबकि गोरखपुर में सबसे कम 29 प्रतिशत मामलों में ही कार्रवाई की गई। इसके अलावा प्रयागराज कमिश्नरेट में 33 प्रतिशत, मुजफ्फरनगर में 38 प्रतिशत, कानपुर कमिश्नरेट में 63 प्रतिशत, हापुड़ में 67 प्रतिशत, संत कबीर नगर व कन्नौज में 71 प्रतिशत, पीलीभीत में 82 प्रतिशत, बरेली में 84 प्रतिशत व हमीरपुर में 88 प्रतिशत मामलों में ही कार्रवाई की गई।
ऐसे ही पॉक्सो (प्रोटेक्शन आफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल अफेंसेस) एक्ट के तहत 5957 मुकदमों में 4860 मामलों में पुलिस ने कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल किया और 373 मुकदमों में अंतिम रिपोर्ट लगाई गई, जबकि 794 मुकदमों में विवेचना चल रही है। इनमें कुल 8699 आरोपियों की संलिप्तता सामने आई, जिनमें 8009 आरोपित गिरफ्तार किए गए।
690 वांछित आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है। पाक्सो एक्ट में रामपुर, झांसी, हरदोई, लखीमपुर, खीरी, सीतापुर, उन्नाव, सुलतानपुर, बाराबंकी, अमेठी व महोबा में कार्रवाई शतप्रतिशत रही। स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि सभी प्रकार के गंभीर अपराध पिछले वर्षाें की तुलना में कम हुए हैं।
पॉक्सो एक्ट में यहां हुई कम कार्रवाई
औरैया में 64 प्रतिशत, प्रयागराज कमिश्नरेट में 75 प्रतिशत, कानपुर कमिश्नरेट में 76 प्रतिशत, कन्नौज में 77 प्रतिशत, बहराइच में 78 प्रतिशत, मथुरा में 82 प्रतिशत, शामली में 83, हमीरपुर में 84, बांदा में 85 व गोरखपुर में 86 प्रतिशत कार्रवाई हो सकी।
अयोध्या में बढ़े पॉक्सो एक्ट के मामले
पुलिस आंकड़ों के अनुसार, अयोध्या में पॉक्सो एक्ट के मामलों में 105 प्रतिशत वृद्धि हुई। इसके अलावा कौशाम्बी में 81 प्रतिशत, अंबेडकरनगर में 78 प्रतिशत, गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट में 67 प्रतिशत व झांसी में 57 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
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फतेहगढ़ में 250 प्रतिशत बढ़े दुष्कर्म के मामले
दुष्कर्म के मामलों की बात की जाए तो प्रदेश में 1869 अभियोगों में 1359 मामलों में पुलिस ने कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल किया व 220 में अंतिम रिपोर्ट लगाई। पुलिस ने कुल 2578 आरोपियों में से 2335 आरोपी गिरफ्तार किए गए तथा 253 आरोपियों की तलाश की जा रही है। दुष्कर्म के मामलों में फतेहगढ़ में 250 प्रतिशत,सभी सीतापुर में 200 प्रतिशत, लखीमपुर खीरी में 167 प्रतिशत, कौशाम्बी में 150 प्रतिशत व हमीरपुर में 100 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
दुष्कर्म के मामलों में कार्रवाई में प्रयागराज सबसे पीछे
दुष्कर्म के मामलों में सबसे कम 55 प्रतिशत कार्रवाई प्रयागराज कमिश्नरेट में हुई। इसके अलावा शाहजहांपुर व बलरामपुर में 67 प्रतिशत, कौशाम्बी में 74 प्रतिशत, फतेहपुर, प्रतापगढ़ व मथुरा में 75 प्रतिशत, गोरखपुर में 76 प्रतिशत, बहराइच में 77 व संतकबीरनगर में 81 प्रतिशत कार्रवाई हुई।
यहां हुई शत प्रतिशत कार्रवाई
दुष्कर्म के मामलों में बदायूं, मुरादाबाद, बिजनौर, अमरोहा, संभल, फिरोजाबाद, अलीगढ़, कासगंज, कानपुर देहात व औरैया में शत प्रतिशत कार्रवाई की गई।
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