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    यूपी के इन आठ जिलों में मदरसोंं की जांच तेज, एटीएस ने मांगा छात्रों-मौलवियों का नाम-पता और नंबर 

    Updated: Thu, 20 Nov 2025 08:07 AM (IST)

    दिल्ली धमाके के बाद यूपी के मदरसों पर एटीएस की जांच तेज हो गई है। प्रयागराज समेत आठ जिलों के मदरसों में छात्रों और मौलवियों की जानकारी मांगी गई है। एटीएस मदरसों को मिलने वाली फंडिंग और विदेशी कनेक्शन की जांच कर रही है। नेपाल सीमा से सटे मदरसों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने एटीएस को पूरा सहयोग देने की बात कही है।

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    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। दिल्ली में हुए धमाके के बाद आतंकी माड्यूल की जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने प्रदेश के मान्यता प्राप्त व गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में मौलवियों, प्रबंधकों व छात्रों को लेकर अपनी जांच तेज की है। खासकर दूसरे प्रदेशों के निवासी मौलवियों, प्रबंधकों व छात्रों को लेकर छानबीन शुरू की गई है।

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    एटीएस की ओर से अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को लिखा गया एक पत्र भी सामने आया है, जिसमें प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर, बांदा, हमीरपुर, चित्रकूट व महोबा के मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों, मौलवियों व प्रबंधकों की विस्तृत सूचना मांगी गई है। इनमें उनका पता, पिता का नाम, फोन नंबर की जानकारी भी मांगी गई है।

    सूत्रों का कहना है कि सहारनपुर से पकड़े गए जम्मू-कश्मीर निवासी डाॅ. अदील के संपर्कों की छानबीन के दौरान कई मदरसों के मौलवियों व छात्रों की भूमिका भी संदेह के घेरे में आई थी। इनमें कई जम्मू-कश्मीर के निवासी हैं। एटीएस ने दो वर्ष पूर्व प्रदेश के मदरसों के विरुद्ध जांच शुरू की थी। इनमें मदरसों को हो रही फंडिंग की पड़ताल भी शामिल थी।

    प्रदेश में संचालित मदरसों में शैक्षिक कार्याें का बढ़ावा देने के लिए हो रही विदेशी फंडिंग के दुरुपयोग की गहनता से जांच कराने का निर्णय किया गया था। विदेशों से आ रही रकम से देश विरोधी व अवैध मतांतरण जैसी गतिविधियों को बढ़ावा दिए जाने का संदेह भी है।

    नेपाल सीमा से सटे जिलों में बीते कुछ वर्षाें में मदरसों की संख्या तेजी से बढ़ी है, जो आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरे की आशंका को भी बढ़ाती है। मदरसों को हो रही विदेशी फंडिंग के दुरुपयोग की जांच के लिए दो वर्ष पूर्व तत्कालीन एडीजी एटीएस मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआइटी (विशेष जांच दल) का गठन भी किया गया था।

    प्रदेश में लगभग 16 हजार मान्यता प्राप्त व 8441 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे संचालित हैं। एसआइटी ने सभी 24 हजार मदरसों में हो रही फंडिंग की सिलसिलेवार जांच शुरू की थी। अभियान के तहत नेपाल सीमा से सटे बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी व पीलीभीत के अलावा आसपास के कुछ अन्य जिलों में अवैध मदरसों के विरुद्ध कार्रवाई भी की गई थी।

    कई अवैध मदरसे ध्वस्त भी कराए गए थे। प्रयागराज व कुशीनगर में बीते दिनों जाली नोट छापे जाने तथा बहराइच में मदरसों में बाहरी लोगों को ठहराने के मामले भी सामने आए थे।

    एटीएस को उपलब्ध कराई जाएगी पूरी सूचना: राजभर

    पंचायती राज एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर का कहना है कि एटीएस ने मदरसों से संबंधित जो सूचनाएं मांगी है, उसे जल्द दे दिया जाएगा। मदरसों की सूची एटीएस को दी जाएगी। मदरसों से संबंधित एटीएस की जांच में विभाग पूरा सहयोग करेगा।

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