Flood Situation in UP : प्रदेश में बाढ़ से निपटने की तैयारी, 21 आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ मुख्यालय से संबद्ध
Plan For Flood Situation in UP एसडीएमए ने बाढ़ प्रबंधन को लेकर पहली बार दस वर्षों के मौसम व बाढ़ का अध्ययन कर 44 जिले चिह्नित किए हैं। इन जिलों के 2500 गांव व 5600 मजरों को भी चिह्नित किया गया है। इन क्षेत्रों में पिछले दस वर्षों से सबसे अधिक बाढ़ आती है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : प्रदेश में बाढ़ की संभावनाओं को देखते हुए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने 21 जिलों में तैनात आपदा विशेषज्ञों को प्राधिकरण के मुख्यालय से संबद्ध कर लिया है।
इनके सुझाव पर बाढ़ संभावित जिलों में आपदा प्रबंधन की तैयारियां की जा रही हैं। साथ ही संबंधित क्षेत्रों के लिए आपदा प्रबंधन की टीम को प्रशिक्षित किया जा रहा है। जरूरत पड़ने पर इन्हें बाढ़ प्रभावित जिलों में भी भेजा जाएगा।
एसडीएमए ने बाढ़ प्रबंधन को लेकर पहली बार दस वर्षों के मौसम व बाढ़ का अध्ययन कर 44 जिले चिह्नित किए हैं। इन जिलों के 2,500 गांव व 5,600 मजरों को भी चिह्नित किया गया है। इन क्षेत्रों में पिछले दस वर्षों से सबसे अधिक बाढ़ आती है।
नतीजतन इन क्षेत्रों में बाढ़ से सुरक्षा के इंतजाम राहत आयुक्त कार्यालय की तरफ से शुरू कर दिए गए हैं। साथ ही लोगों को बाढ़ से बचाव को लेकर प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके लिए पहली बार महिलाओं को भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
बाढ़ प्रबंधन के लिए बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर, अयोध्या, सुलतानपुर, मथुरा, बुलंदरशहर, अलीगढ़, वाराणसी, मीरजापुर, गाजीपुर, प्रयागराज, फर्रुखाबाद, महराजगंज, कुशीनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, इटावा, शाहजहांपुर, बलिया व बहराइच के आपदा विशेषज्ञों को एसडीएमए मुख्यालय के साथ संबद्ध कर दिया गया है।
यह आपदा विशेषज्ञ बाढ़ को लेकर चिह्नित किए गए जिलों में बाढ़ प्रबंधन को लेकर कार्ययोजना तैयार करेंगे। साथ ही जरूरत पड़ने पर इन्हें संबंधित जिलों में तैनात किया जाएगा।
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