UP सरकार ने किसानों को दिया बड़ा उपहार, बढ़ाया गन्ने का मूल्य
उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ना किसानों के लिए गन्ने के मूल्य में वृद्धि की है। यह फैसला किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें गन्ना उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए किया गया है। इस कदम से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और सरकार की किसानों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता भी प्रदर्शित होती है।

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
जागरण संवाददाता, लखनऊ। अब उत्तर प्रदेश में अगैती प्रजाति के गन्ने का मूल्य 400 रुपये प्रति क्विंटल तथा सामान्य प्रजाति के गन्ने का मूल्य 390 रुपये प्रति क्विंटल होगा। पहले अगैती का मूल्य 370 व सामान्य प्रजाति का 360 रुपये था। माना जा रहा था कि योगी आदित्यनाथ सरकार पंचायत चुनाव से पहले गन्ना मूल्य बढ़ाएगी और सरकार ने बढ़ा दिया।
इसमें 20 से 30 रुपये तक की बढ़ोतरी की संभावना थी और मुख्यमंत्री ने बुधवार को इसकी घोषणा कर दी है। गन्ना विकास विभाग ने राज्य परामर्शित मूल्य बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार कर लिया था। योगी सरकार ने गन्ना मूल्य में लगातार बढ़ोतरी की है।
बता दें कि 2007 से 2017 तक 1,47,346 करोड़ रुपये का गन्ना मूल्य भुगतान किया गया था। वहीं 2017 से अब तक साढ़े 08 वर्ष में 2,90,225 करोड़ का गन्ना मूल्य भुगतान किया जा चुका है।
बता दें कि वर्ष 2027 के विधानसभा चुनावों और उससे पहले अगले साल होने वाले पंचायत चुनावों के लिए जमीन मजबूत करने में जुटी योगी सरकार गन्ना किसानों को तोहफा दिया है। पेराई सत्र 2025-26 के लिए गन्ना के राज्य परामर्शित मूल्य (एसएपी) में बढ़ोतरी का प्रस्ताव विभाग ने तैयार कर लिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द ही गन्ना मूल्य में 20 से 30 रुपये प्रति क्विंटल तक की बढ़ोतरी की घोषणा कर सकते हैं। पिछले दो पेराई सत्र से एसएपी 370 रुपये प्रति क्विंटल ही है। योगी सरकार पूर्व में विधान सभा और लोकसभा चुनावों से पहले गन्ना मूल्य में वृद्धि कर चुकी है, ऐसे में ताजा प्रस्ताव को चुनावी रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।
प्रदेश सरकार ने वर्ष 2022 में विधान सभा चुनाव से पहले पेराई सत्र 2021-22 के लिए गन्ना का मूल्य 25 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया था। वृद्धि के साथ अगैती प्रजातियों के लिए 350, सामान्य प्रजाति के लिए 340 और अनुपयुक्त प्रजाति के लिए 335 रुपये प्रति क्विंटल मूल्य तय किया गया था। पेराई सत्र 2022-23 में उसे यथावत बनाए रखा गया था।
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इसके बाद वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पेराई सत्र 2023-24 में गन्ने की अगैती प्रजातियों के मूल्य में 20 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी, जिससे अगैती प्रजातियों के लिए 370 रुपये, सामान्य प्रजाति के लिए 360 रुपये और अनुपयुक्त प्रजाति के लिए गन्ना मूल्य 355 रुपये प्रति क्विंटल हो गया था। पेराई सत्र 2024-25 में सरकार ने गन्ना एसएपी यथावत रखा था।
गन्ना किसानों द्वारा गन्ना मूल्य बढ़ाने की लगातार मांग की जा रही है। हाल ही हरियाणा सरकार ने गन्ना मूल्य में 15 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है। हालांकि, वहां गन्ना का एसएपी पहले से ही उत्तर प्रदेश से अधिक है। ऐसे में यहां भी मूल्य वृद्धि की मांग तेज हो गई है। जिसके बाद गन्ना विभाग ने एसएपी बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया है।
माना जा रहा है कि वर्ष 2027 के विधान सभा चुनाव से पहले सरकार पंचायत चुनाव में बड़ी जीत हासिल कर अपने पक्ष में माहौल तैयार करने की तैयारी कर रही है। गन्ना मूल्य बढ़ाने से एनडीए को चुनाव में बढ़त मिलने की संभावना मजबूत होगी। ऐसे में मूल्य वृद्धि दो चरणों में करने की भी संभावना है। इसमें एक बढ़ाेतरी पंचायत चुनाव से पहले और दूसरी बढ़ोतरी विधान सभा चुनाव से पहले की जा सकती है।

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