यूपी के किसानों को एक्सप्रेस-वे और लॉजिस्टिक पार्क से मिली नई उड़ान; स्टोरेज, प्रोसेसिंग और कोल्ड चेन से मजबूत हुई एग्रीकल्चर वैल्यू चेन
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कृषि व्यवस्था में हुए क्रांतिकारी बदलावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने खेती को आधुनिक इंफ्रास्ट ...और पढ़ें

एक्सप्रेस-वे और लॉजिस्टिक पार्क से यूपी के किसानों को मिली नई उड़ान
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की कृषि व्यवस्था में आए क्रांतिकारी बदलावों का खाका पेश किया। अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ने खेती को केवल उत्पादन तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्लोबल मार्केट और स्मार्ट तकनीक से जोड़कर 'एग्रो-इकॉनमी' का नया मॉडल पेश किया है। उन्होंने कहा कि आज यूपी का किसान न केवल फसल उगा रहा है, बल्कि एक्सप्रेस-वे और लॉजिस्टिक पार्क्स के माध्यम से उसे वैश्विक बाजारों तक पहुंचा भी रहा है।
मुख्यमंत्री ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में एग्रीकल्चर वैल्यू चेन को स्टोरेज, प्रोसेसिंग और कोल्ड चेन के जरिए इतना मजबूत किया गया है कि इस क्षेत्र में निवेश के नए द्वार खुल गए हैं। जल प्रबंधन पर जोर देते हुए उन्होंने गौरवपूर्ण तथ्य साझा किया कि आज देश की कुल 86 प्रतिशत सिंचित भूमि अकेले उत्तर प्रदेश के पास है, जो हमारी सुदृढ़ नहर प्रणाली और माइक्रो-इरिगेशन का परिणाम है।
किसानों को आर्थिक बोझ से मुक्त करने की दिशा में सरकार के प्रयासों को रेखांकित करते हुए सीएम योगी ने घोषणा की कि 16 लाख निजी ट्यूबवेलों के बिजली बिल पूरी तरह माफ कर दिए गए हैं। साथ ही, पीएम कुसुम योजना के तहत 94 हजार किसानों को सोलर पैनल देकर उन्हें 'ऊर्जादाता' बनाया गया है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रदेश आज न केवल खाद्यान्न में, बल्कि गोवंश संरक्षण, दुग्ध उत्पादन और 'श्री अन्न' (मिलेट्स) की खेती में भी देश का नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि प्राकृतिक खेती और ड्रोन जैसी आधुनिक तकनीक के समन्वय से उत्तर प्रदेश की कृषि विकास दर आने वाले समय में नए कीर्तिमान स्थापित करेगी।

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