यूपी में बिजली बिल राहत योजना से अब तक कमाए 2235 करोड़ रुपये, 29 दिनों के अंदर योजना से जुड़े 23 लाख उपभोक्ता
उत्तर प्रदेश में एक दिसंबर से शुरू बिजली बिल राहत योजना में 23 लाख बकाएदार उपभोक्ताओं ने पंजीकरण करा लिया है। महज 29 दिन में ही पावर कारपोरेशन को इस य ...और पढ़ें

राज्य ब्यूुरो, लखनऊ। राज्य में एक दिसंबर से शुरू बिजली बिल राहत योजना में 23 लाख बकाएदार उपभोक्ताओं ने पंजीकरण करा लिया है। महज 29 दिन में ही पावर कारपोरेशन को इस योजना से 2235 करोड़ रुपये की आय हो चुकी है। पावर कारपोरेशन अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने कहा है कि इस योजना में जिन अधिकारियों के क्षेत्र में अच्छा काम नहीं होगा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
सोमवार को शक्ति भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में अध्यक्ष डा. गोयल ने कहा कि एक दिसंबर से शुरू इस योजना को उपभोक्ताओं का पूरा समर्थन मिल रहा है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि योजना में और अधिक मेहनत करें। नेवर पेड, लांग अनपेड उपभोक्ता तथा विद्युत चोरी के मामलों में फंसे उपभोक्ताओं लिए यह अच्छी योजना है।
वरिष्ठ अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि अपने अपने क्षेत्रों में योजना के पात्र उपभोक्ताओं का पंजीकरण कराकर बकाया धनराशि जमा कराएं।
योजना में पहली बार 100 प्रतिशत ब्याजमाफी के साथ ही मूलधन में भी छूट दी रही है। वाणिज्यिक विंग की समीक्षा बैठक में अध्यक्ष ने कहा कि योजना में जिन अधिकारियों के क्षेत्रों में अच्छा कार्य नहीं होगा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अधिकारी एक-एक बकाएदार से संपर्क कर उन्हें योजना का लाभ बताएं और बकाया धनराशि जमा कराएं। बिजली चोरी के मामलों में भी लोग राहत व मुकदमे से छुटकारा पा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि बकाएदार उपभोक्ताओं को नोटिस देने के साथ ही योजना से संबंधित पैम्फलेट दें। माइक्रो प्लान बनाकर कार्य किए जाएं। अध्यक्ष ने कहा कि जिन क्षेत्रों में अधिक बकाएदार उपभोक्ता हैं, ऐसे क्षेत्रों व गांवों में जरूरत के मुताबिक शिविर लगाए जाएं। अधिकारी कार्मिकों के साथ बकाएदार उपभोक्ताओं से संपर्क करें। जिन मुख्य अभियंताओं व अधीक्षण अभियंताओं के क्षेत्र में बिजली बिल वसूली कम हुई है वे हर हाल में लक्ष्य पूरा करें। यदि कोई मीटर बदला जाना है तो वहां सिर्फ स्मार्ट मीटर ही लगाए जाएं।

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