सीएम योगी ने गिनाईं 'नए उत्तर प्रदेश' की उपलब्धियां, बोले- राज्य बना स्टार्टअप और निवेश का ग्लोबल हब
लखनऊ में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा कि उत्तर प्रदेश अब 'बीमारू' राज्य नहीं, बल्कि देश का 'ग्रोथ इंजन' है। उन्होंने ऊर्जा, सुरक्षा ...और पढ़ें

उत्तर प्रदेश बना स्टार्टअप और निवेश का केंद्र
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में अनुपूरक बजट पर चर्चा का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की बदलती तस्वीर का एक सशक्त खाका पेश किया। उन्होंने विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए स्पष्ट किया कि 2017 से पहले जो राज्य 'बीमारू' होने का दंश झेल रहा था, वह आज डबल इंजन सरकार की नीतियों के कारण देश का 'ग्रोथ इंजन' बन चुका है। ऊर्जा, सुरक्षा और रोजगार के आंकड़ों को साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का उत्तर प्रदेश न केवल आत्मनिर्भर बन रहा है, बल्कि 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' के साथ-साथ 'ट्रस्ट ऑफ डूइंग बिजनेस' का भी प्रतीक है।
ऊर्जा के क्षेत्र में 'आत्मनिर्भर' उत्तर प्रदेश
मुख्यमंत्री ने ऊर्जा सुधारों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वर्ष 2017 से पहले प्रदेश का कुल विद्युत उत्पादन मात्र 7,159 मेगावाट था, जो आज बढ़कर 11,595 मेगावाट हो चुका है। उन्होंने भविष्य का रोडमैप साझा करते हुए कहा कि घाटमपुर, खुर्जा और ओबरा-डी जैसी नई परियोजनाओं के पूर्ण होने पर यूपी जल्द ही 18,136 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता हासिल कर लेगा। इसके अलावा, 'पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना' के तहत यूपी ने 1 गीगावाट सोलर क्षमता का मील का पत्थर पार कर लिया है, जिससे आम जनता के बिजली बिलों में भारी कमी आई है।
आधी आबादी को सुरक्षा और युवाओं को 'गारंटी-मुक्त' उड़ान
सुरक्षा के मोर्चे पर मिली सफलता का उल्लेख करते हुए सीएम योगी ने कहा कि बेहतर कानून-व्यवस्था के कारण ही कामकाजी महिलाओं की भागीदारी 13 प्रतिशत से बढ़कर 36 प्रतिशत के करीब पहुंच गई है। आज प्रदेश की बेटियां और महिलाएं नाइट शिफ्ट में भी खुद को सुरक्षित महसूस कर रही हैं। युवाओं के लिए शुरू की गई 'मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना' का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि 1.10 लाख से अधिक युवाओं को बिना किसी गारंटी और ब्याज के ऋण दिया गया है, जिससे यूपी 18,000 स्टार्टअप और 8 यूनिकॉर्न के साथ देश का 'इनोवेशन हब' बन गया है।
पारदर्शिता से खत्म हुआ भ्रष्टाचार का 'लीकेज'
विपक्ष के कार्यकाल में हुए घोटालों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले पेंशन और छात्रवृत्ति में बंदरबांट होती थी, लेकिन आज 1.06 करोड़ परिवारों को सालाना ₹12,000 की पेंशन सीधे डीबीटी (DBT) के माध्यम से बिना किसी भेदभाव के मिल रही है। उन्होंने आंकड़ों के साथ दावा किया कि जिस प्रदेश में बेरोजगारी दर 19 प्रतिशत हुआ करती थी, वह आज गिरकर महज 2.21 प्रतिशत रह गई है।

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