UP Cabinet: कुशीनगर में खुलेगा महात्मा बुद्ध कृषि विश्वविद्यालय, 390 एकड़ भूमि पर 750 करोड़ रुपये होंगे खर्च
महात्मा बुद्ध की परिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में महात्मा गौतम बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी। 390.54 एकड़ भूमि पर स्थापित होने वाले इस विश्वविद्यालय के निर्माण पर 750 करोड़ रुपये व्यय होने का अनुमान लगाया गया है। चालू वित्तीय वर्ष में इसके लिए 50 करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है। बुधवार को कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना से जुड़े प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दी।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो: महात्मा बुद्ध की परिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में महात्मा गौतम बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी। 390.54 एकड़ भूमि पर स्थापित होने वाले इस विश्वविद्यालय के निर्माण पर 750 करोड़ रुपये व्यय होने का अनुमान लगाया गया है। चालू वित्तीय वर्ष में इसके लिए 50 करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है।
बुधवार को कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना से जुड़े प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दी। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा कृषि क्षेत्र की उन्नति के लिए उठाए गए इस बड़े कदम के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है।
विश्वविद्यालय से 10 जिले होंगे लाभान्वित
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कृषि विश्वविद्यालय अविभाजित देवरिया जिले और वर्तमान में कुशीनगर और देवरिया का पहला विश्वविद्यालय होगा। इस विश्वविद्यालय की स्थापना से प्रदेश के 10 जिले प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे। इसमें गोरखपुर मंडल के चार, बस्ती के तीन तथा आजमगढ़ के तीन जिले शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शीघ्र ही इस विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे।
कृषि मंत्री ने कहा कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना से पूर्वी उत्तर प्रदेश के कृषि क्षेत्र में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण कृषि शिक्षा, कृषि क्षेत्र में विशिष्ट अनुसंधान, किसानों को अच्छी गुणवत्ता के बीज, कृषि में उत्तम तकनीकी तथा प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों में सुगमता पूर्वक फसल उत्पादन की तकनीकों को गति मिल सकेगी।
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