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    लखनऊ में मानव तस्करों के चुंगल से तीन बालिकाओं को छुड़ाया, सद्भावना एक्सप्रेस में 17 पकड़े

    By Dharmendra MishraEdited By:
    Updated: Wed, 16 Feb 2022 07:23 AM (IST)

    गरीब परिवार की बच्चियों की शादी कराने के नाम पर मानव तस्करी करने वाले एक बड़े गिरोह को जीआरपी और लखनऊ पुलिस ने राष्ट्रीय बाल सरंक्षण आयोग की सूचना पर ...और पढ़ें

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    मानव तस्करों के चंगुल से तीन बालिकाओं को कराया मुक्त।

    लखनऊ, जागरण संवाददाता। गरीब परिवार की बच्चियों की शादी कराने के नाम पर मानव तस्करी करने वाले एक बड़े गिरोह को जीआरपी और लखनऊ पुलिस ने राष्ट्रीय बाल सरंक्षण आयोग की सूचना पर गिरफ्तार किया। सदभावना एक्सप्रेस में छापेमारी कर छह मानव तस्करों सहित 17 लोग धरे गए। जबकि उनके चंगुल से तीन बच्चियों को मुक्त कराया गया। इसमें एक 18 साल की युवती और दो नाबालिग बच्चियां भी हैं।

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    आयोग को मुक्ति मिशन फाउंडेशन के निदेशक वीरेंद्र कुमार और एएचटीयू एसएसबी बेटिहा बिहार के नोडल इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ट्रेन नंबर 14015 सदभावना एक्सप्रेस में तीन बच्चियों की तस्करी कर उनको ले जाने की सूचना दी थी। ट्रेन सोमवार शाम करीब 6:45 बजे चारबाग स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर सात पर आयी। जीआरपी इंस्पेक्टर अंजनी कुमार मिश्र और नाका इंस्पेक्टर मनोज मिश्र के साथ संयुक्त टीम ने स्लीपर क्लास की बोगी एस-2, एस-4, एस-6, एस-7 में जांच की। जांच के दौरान मोतीहारी बिहार की दो और हरदोई जिले की एक बालिका से पूछताछ हुई। पूछताछ में पता चला कि इन बालिकाओं की शादी कराकर हरदोई जिले ले जा रहा था। पूछताछ के आधार पर मौके से हरदोई के थाना टडिय़ावां के रहने वाले जान मोहम्मद, हाशिम, लतीफ, शकील, शाहिद और बांगरमऊ निवासी अरमान को गिरफ्तार किया। उनके साथ 17 और लोगों को भी पकड़ा गया। इनमें दो दो युवक ऐसे भी थे जो विवाह के लिए बिहार गए थे। वहां बालिकाओं के मना करने के कारण उनका विवाह नहीं हो सका। जांच में पता चला कि एक बालिका की शादी तीन दिनों के अंदर तय कर दी गई।

    जबकि दूसरी ने बताया कि एक महीने पहले उसकी शादी तय की गई थी। बीती 11 फरवरी को शादी हो गई। राज्य बाल अधिकार आयोग की सदस्य डा. शुचिता चतुर्वेदी ने भी बालिकाओं से पूछताछ की। जिसमें पता चला कि जान मोहम्मद व मो. हाशिम बालिकाओं की शादी कराते हैं। बिहार से शादी कराकर प्रलोभन देकर बालिकाओं को लाते और फिर उनको बेच देते हैं। इस बार शकील, अरमान को भी शामिल किया गया था। दो बालिकाओं की शादी करवाकर दोनों के परिवार वालों को पैसे का लालच व झांसा देकर ले जा रहे थे । बालिकाओं को बाल कल्याण समिति के आदेश पर वन स्टाप सेन्टर में अस्थाई रूप से आश्रय दिया गया। चाइल्डलाइन ने मंगलवार को काउंसिलिंग की।