टोकन फंडिंग का दौर खत्म, अब 50% बजट के साथ सरपट दौड़ेंगी विकास योजनाएं
उत्तर प्रदेश सरकार ने 'टोकन बजट' की बाधाओं को दूर करते हुए विकास की गति को तेज किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब परियोजनाओं के लिए 50% ...और पढ़ें

डिजिटल टीम, लखनऊ। उत्तर प्रदेश अब 'टोकन बजट' और 'रेफरल कल्चर' की बाधाओं को पीछे छोड़कर विकसित राज्य बनने की राह पर तेजी से अग्रसर है। विधानसभा में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि 2047 के 'विकसित भारत' के लक्ष्य को पूरा करने के लिए यूपी अब ठोस वित्तीय रणनीति और सुदृढ़ स्वास्थ्य ढांचे के साथ काम कर रहा है। मुख्यमंत्री ने सदन को आश्वस्त किया कि सरकार की इच्छाशक्ति आज भी उतनी ही प्रबल है जितनी पहले दिन थी।
हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर: 81 मेडिकल कॉलेज और 'नो रेफरल' नीति
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं में आए क्रांतिकारी बदलावों का उल्लेख करते हुए बताया कि प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या अब 81 तक पहुंच गई है।
अमेठी और बलिया पर फोकस: अमेठी में मेडिकल कॉलेज शुरू होकर कक्षाएं भी प्रारंभ हो चुकी हैं, वहीं बलिया के लिए भूमि और बजट का प्रावधान कर दिया गया है।
रेफरल सिस्टम पर रोक: सीएम ने कड़ा निर्देश दिया कि मेडिकल कॉलेज अब मरीजों को लखनऊ या दिल्ली रेफर करने के बजाय स्वयं बेहतर उपचार सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सामुदायिक केंद्रों से गोरखपुर या लखनऊ भेजने की पुरानी मजबूरी अब खत्म हो रही है।
वित्तीय अनुशासन: काम की गति बढ़ाने को एकमुश्त 50% फंड
प्रशासनिक सुधारों पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने पिछली सरकारों की 'टोकन मनी' नीति पर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि पहले 25 करोड़ की सड़क के लिए महज 1 लाख रुपये जारी कर फाइलों को लटकाया जाता था। अब हमने नीति बदली है। किसी भी परियोजना के लिए 40 से 50 प्रतिशत धनराशि एकमुश्त जारी की जा रही है। जैसे ही 75% काम पूरा होता है, अगली किस्त दे दी जाती है ताकि समयबद्ध तरीके से प्रोजेक्ट्स पूरे हों।
जन-भागीदारी: 98 लाख नागरिकों ने दिया 'विकसित यूपी' का विजन
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि 'विकसित उत्तर प्रदेश' के निर्माण के लिए जनता से सुझाव मांगे गए थे, जिसमें अब तक 98 लाख से अधिक नागरिकों ने अपने विचार साझा किए हैं। इन सुझावों को आईआईटी कानपुर के सहयोग से नीतिगत ढांचे में ढाला जा रहा है, ताकि 2047 तक यूपी की अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचा वैश्विक स्तर का हो सके।
नकारात्मकता छोड़ें, साथ चलें: मुख्यमंत्री की अपील
संबोधन के अंत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी। उन्होंने शायराना अंदाज में अपनी बात रखते हुए कहा कि हर विषय को जाति या संकीर्ण चश्मे से देखना प्रदेश के हित में नहीं है। उन्होंने विपक्ष से आह्वान किया: "राह में मुश्किल हों हजार, तुम दो कदम बढ़ाओ तो सही, हो जाएगा हर सपना साकार, तुम चलो तो सही, तुम चलो तो सही।"

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