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यहां तो पंचकर्म से भर रहे सेहत के रंग, ये हैं वो पांच क्रियाएं Lucknow News

लोकबंधु अस्पताल में प्रदेश का इकलौता सेंटर। मरीजों को भा रहा आयुर्वेद से इलाज।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Sat, 24 Aug 2019 08:31 AM (IST)Updated: Sat, 24 Aug 2019 04:07 PM (IST)
यहां तो पंचकर्म से भर रहे सेहत के रंग, ये हैं वो पांच क्रियाएं Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। लोकबंधु राजनारायण अस्पताल के पंचकर्म सेंटर में आयुर्वेद पद्धति से मरीजों को इलाज भा रहा है। यहां मरीजों का शारीरिक शुद्धीकरण कर रोगों का निदान किया जा रहा है। सेंटर में रोगियों की तादाद लगातार बढ़ गई है।

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प्रदेश का पहला पंचकर्म सेंटर वर्ष 2017 में शुरू किया गया। सेंटर के संचालन के लिए एनएचएम के तहत कुल साढ़े बाहर लाख रुपये जारी किए गए थे। यहां पंचकर्म के जरिए रोगों के निदान के लिए तमाम संसाधन मौजूद हैं। बॉयलर, ओवन, स्टीम कैबिनेट, मसाज पंप, सिरोधर टेबल, वमन पीठ, नोज पीठ, इंफ्रा रेड बाथ कैबिनेट आदि हैं। ओपीडी में रोजाना 100 से 150 मरीज आ रहे हैं, वहीं 40 के करीब लोग पंचकर्म का लाभ उठा रहे हैं।

पंचकर्म में होती हैं पांच क्रियाएं

पंचकर्म चिकित्सा में वमन, विरेचन, नस्य, बस्ती व रक्त मोक्षण समेत पांच पांच क्रियाएं होती हैं। वहीं पंचकर्म करने से पहले स्नेहन और स्वेदन कर शरीर का शुद्धीकरण किया जाता है।

क्या हैं पंच कर्म ?

आयुर्वेद में वात, पित्त और कफ को त्रिदोष कहा गया है। वहीं स्वस्थ रहने के लिए इन तीनों दोषों का संतुलित रहना जरूरी है। इनमें से किसी एक दोष के असंतुलित होने से शरीर में विषैले रोगकारक तत्व पनप जाते हैं। यही बीमारी का कारक बनते हैं। ऐसे में पंचकर्म चिकित्सा से शरीर का शोधन कर विषैले तत्वों को शरीर से बाहर निकालकर त्रिदोषों को संतुलित किया जाता है।


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