यूपी में गन्ना प्रजातियों के परीक्षण काे एक साथ होगी बोआई, समय सीमा का कड़ाई से पालन
गन्ना विकास विभाग ने गन्ना प्रजातियों के बहुस्थलीय परीक्षणों में एकरूपता लाने के लिए एसओपी निर्धारित की है। इसके तहत सभी चीनी मिलों में एक साथ बुवाई होगी और जलमग्न क्षेत्रों में भी परीक्षण किए जाएंगे। नई किस्मों के मूल्यांकन के लिए मानक तय किए गए हैं और बुवाई की समय सीमा का पालन करना अनिवार्य है। गन्ना आयुक्त ने एसओपी का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। गन्ना प्रजातियों के बहुस्थलीय परीक्षण के परिणामों में एकरूपता के लिए चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग ने मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) निर्धारित कर दी है। इसके तहत परीक्षण करने वाली सभी चीनी मिलों में संबंधित प्रजातियों की एक साथ बोआई की जाएगी।
वहीं, एक परीक्षण जलप्लावित क्षेत्र में स्थित चीनी मिल में भी रखा जाएगा। ट्रायल के लिए शोध परिषद द्वारा 25 किग्रा बीज गन्ना परीक्षण में शामिल प्रत्येक मिल को दिया जाएगा।
गन्ना प्रजनकों (ब्रीडर्स) के स्तर से विकसित नई किस्मों को विभिन्न गन्ना उत्पादक क्षेत्रों के हिसाब से अलग-अलग मानकों पर ररखने के लिए विभिन्न चीनी मिलों के फार्मों पर लगाया जाता है, जिससे मानक किस्म के मुकाबले उसके परिणामों का विश्लेषण किया जा सके।
नवविकसित गन्ना किस्मों की गन्ना खेती के लिए संस्तुति के लिए यही परीक्षण आधार बनता है। ऐसे में इसके परिणामों में एकरूपता के लिए चीनी मिलों और गन्ना शोध परिषद शाहजहांपुर के वैज्ञानिकों से सुझाव लिए गए थे।
इनके आधार पर एसओपी में कहा गया है कि ट्रायल में रुचि लेने वाली चीनी मिलों को ही शामिल किया जाए। सभी स्थानों पर ट्रायल प्लाट का आकार एक समान रूप से चार मीटर गुणा चार मीटर रखा जाएगा, जिसमें 90 सेमी पर छह पंक्तियों में गन्ना बोआई की जाएगी।
नई किस्म के उपज आंकलन के लिए मानक किस्म के रूप में अगैती किस्म में को-0238 को शामिल किया जाएगा, लेकिन चीनी परता के लिए कोजे-64 को रखना भी आवश्यक है। वहीं कोशा-767, को-5011 को मानक किस्म के रूप में लिया जाएगा।
एसओपी में कहा गया है कि सभी मिलों में ट्रायल प्लाट की बोआई में एक सप्ताह से अधिक समय का अंतर नहीं रखा जायेगा। इसके तहत शरदकालीन बोआई के लिए सितंबर का अंतिम सप्ताह और बसंतकालीन बोआई को मार्च अंतिम सप्ताह नियत किया गया है।
परीक्षणों के तहत दो पौधा फसल और एक पेड़ी फसल के औसत आंकड़ों को मानक किस्मों की तुलना के आधार पर तुलनात्मक विवरण तैयार किया जाएगा। गन्ना आयुक्त मिनिस्ती एस. ने परीक्षण में शामिल चीनी मिलों को एसओपी का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं।
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