UPPCL Smart Prepaid Meter: स्मार्ट प्री पेड मीटर ने बढ़ाई उपभोक्ताओं की परेशानी, दो गुना हो गया बिल
लखनऊ में स्मार्ट प्री पेड मीटर लगने से उपभोक्ता परेशान हैं। मानस ग्रीन के सौरभ खरे का कहना है कि मीटर लगने के बाद बिजली का बिल दोगुना हो गया है। विकास नगर के भगीरथ दुबे और निलमथा के एक उपभोक्ता ने भी मीटर तेज चलने की शिकायत की है। उपभोक्ताओं का कहना है कि शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। केस एक: इंद्रानगर से सटी कालोनी मानस ग्रीन के उपभोक्ता सौरभ खरे के मुताबिक उनका अकाउंट नंबर 2044169508 है। घर में नौ जून 2025 को स्मार्ट प्री पेड मीटर लगा। प्री पेड स्मार्ट मीटर लगने के बाद से बिजली खपत बढ़कर प्रतिदिन पचास यूनिट हाेने लगी। खरे कहते हैं कि प्रीपेड मीटर लगने से पहले, बिल 2,500 से तीन हजार आता था।
नए प्री पेड स्मार्ट मीटर लगने के बाद, बिल की राशि छह से सात हजार हो गई। कई माध्यमों से शिकायत दर्ज कराने के बाद भी समस्या हल नहीं हुई। दस दिन पहले एसडीओ रंजन से भी शिकायत की थी, मनीष नाम के कर्मी को मेरे घर आकर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया था, लेकिन कोई नहीं आया। वर्तमान में पांच हजार का प्रीपेड बैलेंस 15-16 दिनों में ही खत्म हो रहा है। यह प्री पेड मीटर आर्थिक बजट बिगाड़ने वाला है।
केस दो
विकास नगर के उपभोक्ता भगीरथ दुबे का अकाउंट नंबर 5932370000 है। उपभोक्ता कहते हैं कि भवन संख्या 1/815 विकास नगर में मीटर तेज चलता है। शिकायत की तो कोई सुनता नहीं। बिल ज्यादा आने पर दो किस्तों में जमा किया। पहली किस्त तीन हजार रुपये की 18 अगस्त 2025 को और दूसरी किस्त छह सितंबर 2025 को 3,120 रुपये। उनके मुताबिक खराब मीटर के कारण उनके ऊपर पांच हजार बकाया दिखाया जा रहा है। जो गलत है।
उनके मुताबिक बिल संशोधन के लिए प्रार्थना पत्र दे चुका हूं। कुछ नहीं हुआ। यही हाल निलमथा के उपभोक्ता है। निलमथा के उपभोक्ता का कनेक्शन संख्या 4991221311 है। उपभोक्ता पिछले डेढ़ माह में सात से आठ हजार रुपये का रिचार्ज करा चुका है। उपभोक्ता का दावा है कि मीटर तेज भाग रहा है। पहले यही मीटर पोस्ट पेड में ठीक चल रहा था।
यह दो मामले हैं, जो मीटर के खेल को उजागर करते हैं। स्मार्ट प्री पेड मीटर सही हैं या खराब। यह जांच का विषय है। उपभोक्ताओं की शिकायतों का निस्तारण तक नहीं हो रहा है। यही नहीं बिजली विभाग के अभियंताओं पर प्रबंधन का इतना ज्यादा दबाव है कि अभियंता हर सप्ताह स्मार्ट प्री पेड मीटर के बराबर से चेक मीटर लगाकर रिपोर्ट जारी कर रहे हैं कि दोनों मीटर की रीडिंग सामान्य है।
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वहीं उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा कहते हैं कि अगर सब कुछ ठीक है तो प्रबंधन यह रिपोर्ट जारी क्यों नहीं करता कि यह मीटर मानक से लगाए गए या नहीं। शिकायतकर्ताओं का समाधान क्यों नहीं होता?
नोट : अगर आपको भी प्री पेड स्मार्ट मीटर, स्मार्ट मीटर या अन्य मीटर से जुड़ी समस्या है तो anshu.dixit@lko.jagran.com पर ई मेल करके बता सकते हैं। ध्यान रखे अकाउंट नंबर व मोबाइल जरूर भेंजे।
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