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    UPPCL Prepaid Meter Update: जमानत राशि से भी जलेगी बिजली, एक माह तक ठप नहीं होगी आपूर्ति

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 01:05 PM (IST)

    गोरखपुर में प्रीपेड बिजली व्यवस्था में कनेक्शन पर दी गई जमानत राशि बिल में समायोजित होगी। बकाया होने पर किस्तों में भुगतान की सुविधा मिलेगी। बिजली काटने से पहले तीन बार संदेश भेजा जाएगा। स्मार्ट मीटर प्रीपेड होने पर उपभोक्ताओं को दो प्रतिशत की छूट मिलेगी। बकाया राशि पर ब्याज लगेगा और हर रिचार्ज पर बकाया समायोजित होगा। उपभोक्ताओं को विभिन्न भुगतान विकल्प मिलेंगे।

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    बिजली निगम ने प्रीपेड मीटर की व्यवस्था को लेकर जारी किए दिशा-निर्देश

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। प्रीपेड बिजली व्यवस्था की ओर से तेजी से बढ़ रहे निगम प्रबंधन ने उपभोक्ताओं की सहूलियत के लिए कई जानकारी साझा की है। कनेक्शन लेते समय दी गई जमानत राशि को प्रीपेड बिजली व्यवस्था होते ही बिल में समायोजित कर दिया जाएगा। यानी उपभोक्ता जमानत राशि के बराबर बिजली का उपभोग कर सकेंगे।

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    यदि पहले से कनेक्शन पर बकाया है तो जमानत राशि पहले के बिल में समायोजित की जाएगी। इसके साथ ही बकाया होने पर एक महीने तक बिजली नहीं काटी जाएगी। बिजली काटने के पहले तीन बार मोबाइल फोन नंबर पर संदेश आएगा।

    बताया जाएगा कि कुल किए गए रिचार्ज का 30 प्रतिशत बैलेंस बचा है। इसके बाद जब बैलेंस 10 प्रतिशत होगा तब भी संदेश आएगा। रिचार्ज न होने पर शून्य बैलेंस होने पर भी संदेश आएगा। हर महीने की शुरुआत में भी संदेश आएगा। अक्टूबर से स्मार्ट बिजली मीटर की व्यवस्था प्रीपेड मोड में शुरू होगी। जिन उपभोक्ताओं का बिजली का बिल बकाया है उनको किस्तों में भुगतान की सुविधा मिलेगी।

    एप, यूपीआइ या वेबसाइट पर भुगतान

    पोस्टपेड अवधि का बकाया भुगतान एकमुश्त अथवा किस्तों में भी विभागीय काउंटर, यूपीपीसीएल स्मार्ट कंज्यूमर मोबाइल एप अथवा आनलाइन www.uppcl.org पर भी किया जा सकता है। इसके साथ ही पेटीएम, जी-पे यूपीआइ और जनसुविधा केंद्रों के माध्यम से भी रिचार्ज किया जा सकेगा।

    दो प्रतिशत छूट, बिल कम

    पूर्व के पोस्ट पेड अवधि का बकाया भुगतान व रिचार्ज दोनों करना है। अतः यह भ्रम हो सकता है कि बिल अधिक आया है, जबकि ऐसा नहीं है। बिल ऊर्जा उपभोग पर आधारित है। उपभोग की गई ऊर्जा का विवरण एप पर प्रदर्शित होगा। स्मार्ट मीटर प्रीपेड होने के बाद उपभोक्ताओं को निर्धारित विद्युत टैरिफ पर दो प्रतिशत छूट का लाभ दिया जाता है। अर्था प्रीपेड मीटर की बिजली सस्ती है।

    बकाये पर लगेगा ब्याज

    बिजली निगम ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रीपेड व्यवस्था होने के बाद यदि एकमुश्त भुगतान नहीं किया जाता है तो बकाये पर ब्याज लगेगा। बकाये का समायोजन हर रिचार्ज पर अलग-अलग व्यवस्था में लिया जाएगा। घरेलू कनेक्शन है तो 10 हजार रुपये तक बकाया होने पर हर रिचार्ज पर 10 प्रतिशत धनराशि बकाया में समायोजित होगी और बची 90 प्रतिशत धनराशि बिजली उपभोग के लिए होगी।

    10 से 15 हजार रुपये बकाया होने पर 15 प्रतिशत, 15 से 20 हजार रुपये बकाया होने पर 20 प्रतिशत और 20 हजार रुपये से ज्यादा बकाया होने पर हर रिचार्ज पर 25 प्रतिशत रुपये बकाया में समायोजित होंगे। बकायेदार बिजली चोरी न कर सकें, इसकी लगातार मानीटरिंग भी होती रहेगी।

    वाणिज्यिक व अन्य श्रेणी के कनेक्शन होने पर हर रिचार्ज पर 25 प्रतिशत धनराशि बकाया में समायोजित होगी। हर रिचार्ज, बिल भुगतान, विच्छेदन पर भी मोबाइल फोन पर संदेश आएगा। उपलब्ध धनराशि का विवरण मीटर के डिस्प्ले तथा मोबाइल एप पर भी देखा जा सकता है।

    इस समय नहीं कटेगी बिजली

    शाम छह बजे से सुबह आठ बजे के बीच, ग्रेस पीरियड के दौरान, इमरजेंसी क्रेडिट अवधि, सार्वजनिक अवकाश एवं रविवार को प्रीपेड कनेक्शन नहीं काटा जाएगा। बैलेंस समाप्त होने के बाद भी तीन दिन का अतिरिक्त समय (इमरजेंसी क्रेडिट) दिया जाएगा।

    यह भी पढ़ें- UPPCL: यूपी में एक अक्टूबर से प्रीपेड हो जाएंगे Smart Meters, बकाये में नहीं कटेगी बिजली

    यूपीपीसीएल स्मार्ट कंज्यूमर एक पर यह सुविधा

    • मासिक, दैनिक एवं हर घंटे की खपत की जानकारी
    • पोस्टपेड बकाया एवं प्रीपेड बैलेंस की जानकारी
    • बकाया भुगतान एवं प्रीपेड रिचार्ज
    • मासिक बिल एवं मासिक प्रीपेड का विवरण
    • दैनिक रूप से कटी धनराशि का विवरण
    • शिकायत दर्ज कराना

    प्रीपेड व्यवस्था उपभोक्ताओं के लिए बहुत सुविधाजनक और सस्ती है। उपभोक्ता अपनी जरूरत के अनुसार बिजली का उपभोग करेंगे। इससे बिजली की भी बचत होगी।

    -आशुतोष श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता