यूपी में प्रीपेड मीटरों के साथ क्या हो रहा? घर में बिजली, फिर भी आ रही 'जीरो' रीडिंग; उपभोक्ता परेशान
Prepaid Smart Meters | पूर्वांचल में जीनस कंपनी द्वारा लगाए गए स्मार्ट प्रीपेड मीटरों में तकनीकी कमियां पाई गई हैं। उपभोक्ता परिषद के अनुसार कई मीटरों में वोल्टेज शून्य है कुछ में रीडिंग नहीं आ रही है। पावर कारपोरेशन ने चेक मीटर लगाने का सुझाव दिया है। परिषद अध्यक्ष ने पहले भी ऐसी समस्याएँ आने की बात कही और प्रोजेक्ट की सफलता पर चिंता जताई है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। Prepaid Smart Meters | पूर्वांचल में जीनस कंपनी द्वारा लगाए गए स्मार्ट प्रीपेड मीटरों में गंभीर तकनीकी खामियों को लेकर सवाल उठ रहा है। समीक्षात्मक रिपोर्ट के आधार पर बिजली उपभोक्ता परिषद ने दावा किया है कि 1218 मीटरों में करंट उपलब्ध होने के बावजूद वोल्टेज जीरो है।
इसके अलावा 3605 मीटरों में सुबह आठ बजे से रात 10 बजे तक रीडिंग जीरो रही और 1896 मीटर पिछले 15 दिनों से रीडिंग नहीं दे रहे हैं। केस्को क्षेत्र में भी 198 मीटरों में ऐसी खामी पाई गई।
पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने शनिवार को कंपनी के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में स्पष्ट किया था कि उपभोक्ताओं को यदि स्मार्ट मीटर की रीडिंग पर संदेह है तो चेक मीटर लगाकर उनकी शंका का समाधान भी किया जाए। साथ ही समय समय पर चेक मीटर से स्मार्ट मीटर का मिलान भी किया जाए।
वहीं, बिजली उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा का कहना है कि वर्ष 2012 में भी जीनस मीटरों में तकनीकी खामियां आई थीं, जिनकी जांच आइआइटी कानपुर ने की थी और समस्या पाई गई थी। वर्तमान में फिर से ऐसे मामले सामने आने से पूरा प्रोजेक्ट प्रभावित हो सकता है।
पावर कारपोरेशन अपनी समीक्षा रिपोर्ट में केवल अपने हित के अनुरूप जानकारी प्रकाशित करेगा, जबकि उपभोक्ता परिषद मीटर की पूरी तकनीकी स्थिति और उपभोक्ताओं के हित में जरूरी तथ्यों को साझा करेगा। तकनीकी खामियों पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया तो पूरे स्मार्ट प्रीपेड मीटर प्रोजेक्ट की सफलता पर प्रश्नचिह्न लग सकता है।
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