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    Smart Meter लगाने में तेजी लाने के लिए कंपनियों को निर्देश, उपभोक्ताओं की चिंता दूर करेंगे अधिकारी

    Updated: Sun, 21 Sep 2025 02:16 PM (IST)

    लखनऊ में पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष ने स्मार्ट मीटरों को पारदर्शी बताया और शिकायतों के समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने तेजी से मीटर लगाने और उपभोक्ताओं की शंकाओं को दूर करने के निर्देश दिए। उपभोक्ताओं ने मीटरों के तेज चलने और लोड जंपिंग की शिकायत की है जिसके समाधान पर परिषद ने जोर दिया। 40 लाख से ज़्यादा मीटर लगाए जा चुके हैं।

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    यूपी में कंपनियां को स्मार्ट मीटर लगाने में तेजी लाने के निर्देश।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। स्मार्ट मीटर के तेज चलने से लेकर लोड जंप करने संबंधी बिजली उपभोक्ताओं की तमाम शिकायतों के बीच पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने दावा किया है कि जांच में पूरी तरह से सही पाए गए स्मार्ट मीटर पारदर्शी एवं उपयोगी हैं।

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    उन्होंने संबंधित कंपनियों को जहां तेजी से स्मार्ट मीटर लगाने की हिदायत दी वहीं अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे स्मार्ट मीटर को लेकर चल रही भ्रांतियों को दूर करने के लिए उपभोक्ताओं से मिलें।

    उपभोक्ता को यदि स्मार्ट मीटर की रीडिंग पर संदेह हो तो चेक मीटर लगाकर उनकी शंका का समाधान करें। यह भी निर्देश दिया है कि समय-समय पर अभियान चलाकर चेक मीटर से स्मार्ट मीटर का मिलान कराते रहें जिससे उपभोक्ताओं का विश्वास स्मार्ट मीटर पर बढ़े।

    शनिवार को शक्ति भवन में स्मार्ट मीटर लगा रही कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक में अध्यक्ष ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने के काम में तेजी लाई जाए। अब तक 40 लाख से ज्यादा स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं।

    ब्लाक स्तर तक के सरकारी कार्यालयों में ही लगाए गए 45,966 स्मार्ट मीटर में से 37,614 को प्रीपेड मोड में बदला जा चुका है। डॉ. गोयल ने बताया कि पांच प्रतिशत स्मार्ट मीटर के साथ चेक मीटर लगाने की व्यवस्था के तहत अब तक दो लाख चेक मीटर लगाए गए हैं।

    रिचार्ज कराने में खर्च बढ़ने से उपभोक्ता नाराज

    उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद द्वारा शनिवार को आयोजित वेबिनार में उपभोक्ताओं ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर में गड़बड़ी होने का नाराजगी जताते हुए आरोप लगाया कि प्रीपेड मीटर तेज चल रहे हैं। भार जंपिंग की भी शिकायतें आ रही हैं।

    परिषद अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने बताया कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर उपभोक्ताओं के मन में भ्रम है। उन्होंने कहा कि इस मीटर के लगने पर बिजली बिल में दो प्रतिशत छूट का प्रविधान है। ऐसे में हर महीने पूर्व के पोस्ट पेड मीटर की तुलना में स्मार्ट प्रीपेड मीटर पर अधिक रुपये रिचार्ज पर खर्च होने की स्थिति संदेह पैदा करता है।

    उपभोक्ता मान रहे हैं कि प्रीपेड मीटर के तेज चलने की वजह से ऐसा हो रहा है। वर्मा ने बताया है कि उपभोक्ता लो वोल्टेज पर स्टेबलाइजर लगाने पर स्मार्ट प्रीपेड मीटर का लोड बढ़ जाने की शिकायतें भी कर रहे हैं।

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