PM Gram Sadak Yojana: सड़कों की मरम्मत में उपयोग हो रही वेस्ट प्लास्टिक, यूपी के 35 जिलों में हुआ ये कमाल
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत उत्तर प्रदेश के 35 जिलों में सड़कों की मरम्मत के लिए सिंगल यूज वेस्ट प्लास्टिक का उपयोग किया जा रहा है जिसके तहत अब तक 605.79 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत में 690 टन प्लास्टिक का उपयोग किया गया है। ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिए विभिन्न तकनीकों का प्रयोग किया जा रहा है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत सड़कों की मरम्मत में सिंगल यूज्ड वेस्ट प्लास्टिक का उपयोग किया जा रहा है। 35 जिलों में अब तक 605.79 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत में 690 टन सिंगल यूज वेस्ट प्लास्टिक का उपयोग किया गया है।
पीएमजीएसवाई के तहत ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन में कमी करने को चार तकनीकों का प्रयोग किया जा रहा है। इनमें 30 एमएम मोटाई में सीमेंट ग्राउटेड बिटुमिन मिक्स तकनीक, 30 एमएम मोटाई में कोल्ड मिक्स के साथ बिटुमिन कंक्रीट, 30 एमएम मोटाई में मूवेबल स्केफोल्डिंग सिस्टम और 30 एमएम मोटाई में वेस्ट प्लास्टिक के साथ बिटुमिन कंक्रीट तकनीक शामिल है।
वर्तमान में 306 सड़कों की मरम्मत की जा रही है। इनमें 1,121.383 किलोमीटर कुल लंबाई के 171 मार्गों की मरम्मत में 30 एमएम मोटाई में वेस्ट प्लास्टिक के साथ बिटुमिन कंक्रीट तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है, इसमें 605.79 किमी का काम पूरा हो गया है।
उप्र राज्य ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के सीईओ अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि विभाग द्वारा इन तकनीकों से मरम्मत कर ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन में कमी लाई जा रही है और वेस्ट प्लास्टिक का भी उपयोग किया जा रहा है। इनसे कार्य किए जाने के बाद सड़क की सतह चिकनी और सुरक्षित हो जाती है और वह अधिक समय तक चलती है।
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