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    भगोड़े राशिद नसीम का करीबी तेज नारायण मथुरा से गिरफ्तार, शाइन सिटी ग्रुप ने निवेशकों से की थी करोड़ों की ठगी

    Updated: Thu, 24 Jul 2025 07:23 AM (IST)

    लखनऊ में शाइन सिटी समूह के भगोड़े संचालक राशिद नसीम के करीबी तेज नारायण शुक्ला को ईओडब्ल्यू ने मथुरा से गिरफ्तार किया है। वह वृंदावन में रियल एस्टेट क ...और पढ़ें

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    भगोड़े राशिद नसीम का करीबी तेज नारायण मथुरा से गिरफ्तार।- सांकेत‍िक तस्‍वीर

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। निवेशकों से ठगी के बहुचर्चित मामले में आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) ने शाइन सिटी समूह के भगोड़े संचालक राशिद नसीम के करीबी तेज नारायण शुक्ला को मथुरा से गिरफ्तार किया है। ईओडब्ल्यू के अधिकारियों के अनुसार वह वृंदावन में ओमेक्स इंटरसिटी के नाम से रियल एस्टेट कंपनी का संचालन कर रहा था। ईओडब्ल्यू ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। तेज नारायण से पूछताछ में सामने आया है कि दुबई भाग निकला राशिद नसीम अब भी सक्रिय है। वह दुबई में बैठकर कोलकाता में जैनिथ इन्फ्रा के नाम से कंपनी का संचालन कर रहा है। ईओडब्ल्यू इसकी गहनता से जांच करेगा।

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    पकड़ा गया आरोपित शाइन सिटी की बाहुबली टीम का अध्यक्ष था और मूलरूप से सीतापुर का निवासी है। वह लोगों को अपने जाल में फंसाकर निवेश कराता था। उस पर निवेशकों की तीन करोड़ रुपये से अधिक रकम हड़पने का आरोप है। शाइन सिटी के खाते से तेज नारायण के खाते में तीन करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे।

    राशिद निवेशकों को फंसाने के लिए स्पार्टन, बाहुबली, टाइगर, जगुआर व सिंघम नाम से अलग-अलग टीमें संचालित करता था। इन टीमों के सदस्य लोगों को विभिन्न आकर्षक योजनाओं का लालच देकर उन्हें अपने जाल में फंसाते थे। राशिद वर्ष 2019 में नेपाल भाग गया था। तब तेज नारायण उससे मिलने कुछ अन्य सदस्यों के साथ नेपाल गया था।

    उसका कहना है कि नेपाल पुलिस ने उसे व अन्य साथियों को लगभग तीस दिनों तक पकड़ कर रखा था। छूटने के बाद वह वापस आ गया था, जबकि राशिद नसीम उसी दौरान नेपाल से दुबई भाग निकला था। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो सका कि नेपाल पुलिस ने तेज नारायण को किस मामले में पकड़ा था। शाइन सिटी संचालकों के विरुद्ध 500 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। शासन ने मामले की जांच ईओडब्ल्यू की सौंपी थी। ईडी भी जांच कर रहा है। ईडी की पहल पर कोर्ट ने राशिद नसीम को भगोड़ा आर्थिक अपराधी अधिनियम-2018 (फ्यूजिटिव इकोनामिक अफेंडर्स एक्ट-2018) के तहत गोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया है।

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