शर्मनाक : कूड़ा गाड़ी में शव लदवाने का वीडियो वायरल, इंस्पेक्टर समेत सात निलंबित
उतरौला तहसील गेट के सामने मिला था अधेड़ का शव कोरोना संदिग्ध मानते हुए हाथ लगाना नहीं समझा मुनासिब।
बलरामपुर, जेएनएन। बुधवार की शाम अधेड़ की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो जाने के मामले में पुलिस की संवेदना तार-तार हो गई। कोरोना संदिग्ध मानते हुए उसके शव को पुलिस कर्मियों ने हाथ तक लगाना मुनासिब नहीं समझा। यही नहीं, शव को कूड़ा गाड़ी में रखकर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। मामले का वीडियो वायरल होने के बाद जिले के उच्चाधिकारी हरकत में आए।
डीएम कृष्णा करुणेश व एसपी देवरंजन वर्मा ने पूरे मामले की जांच एसडीएम व सीओ उतरौला को सौंपी है। साथ ही प्रभारी निरीक्षक से स्पष्टीकरण तलब किया है। एक सब इंस्पेक्टर, दो आरक्षी व चार नपाप कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। मामला उतरौला कोतवाली क्षेत्र स्थित तहसील गेट के सामने का है। बुधवार की शाम सड़क के किनारे अधेड़ का शव पड़ा था। जिसकी शिनाख्त सादुल्लाहनगर थाना क्षेत्र के सहजौरा गांव निवासी झिनकन उर्फ अनवर के रूप में हुई थी। पुलिस को मामले की सूचना दी गई।

बताया जाता है कि कोरोना संदिग्ध मानते हुए पुलिस ने हाथ नहीं लगाया। नगर पालिका परिषद से कूड़ा गाड़ी व सफाई कर्मियों को बुलाकर शव को गाड़ी में रखवा दिया। कूड़ा गाड़ी में शव को रखने व पुलिस कर्मियों की संवेदनहीनता का वीडियो गुरुवार को वायरल हो गया। वायरल वीडियो में नगर पालिका कर्मी शव को उठाकर गाड़ी में रखते नजर आ रहे हैं। इसके ठीक बगल पुलिस भी खड़ी है।
एसपी देवरंजन वर्मा ने बताया कि बहुत ही संवेदनहीन व खेदजनक घटना है। जिसमें कोरोना संक्रमण की आशंका के कारण उतरौला तहसील गेट पर एक मृत व्यक्ति के शव को नगर पालिका के कूड़ा ढोने वाले वाहन में लादकर ले जाया जा रहा है। किसी प्रकार के सुरक्षात्मक उपाय नहीं किए गए। वीडियो में दिख रहे एक सब इंस्पेक्टर, दो आरक्षी को निलंबित कर दिया गया है। चार नगर पालिका परिषद के कर्मियों को प्रशासन ने निलंबित कर दिया है।

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