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    यूपी में कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेगी सपा? क्या बोलीं डिंपल यादव, स्वामी प्रसाद पर भी तोड़ी चुप्पी

    Lok Sabha Election 2024 उत्तर प्रदेश में सियासत तेज हो गई है। मंगलवार को स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी से सारे नाते तोड़ लिए। स्वामी प्रसाद के एमएलसी पद से इस्तीफे और सपा- कांग्रेस गठबंधन को लेकर समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी के दिग्गज नेताओं की बात चल रही है।

    By Swati Singh Edited By: Swati Singh Updated: Tue, 20 Feb 2024 02:37 PM (IST)
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    समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने गठबंधन को लेकर कही बड़ी बात

    डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सियासत तेज हो गई है। मंगलवार को स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी से सारे नाते तोड़ लिए। स्वामी प्रसाद के एमएलसी पद से इस्तीफे और सपा- कांग्रेस गठबंधन को लेकर समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने बड़ा बयान दिया है।

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    पार्टी छोड़ने के बाद सपा पर निशाना साध रहे स्वामी प्रसाद मौर्य पर सांसद डिंपल यादव ने मंगलवार को इशारों-इशारों में हमला बोला। डिंपल यादव ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य अपना चुनाव नहीं जीत पाए थे। हमने ही उन्हें एमएलसी बनाया। हम पीडीए को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।

    मौर्य को सपा ने एमएलसी बनाया

    सपा सांसद डिंपल यादव मंगलवार को कार्यकर्ताओं की बैठक के लिए मैनपुरी पहुंची थीं। यहां पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी पीड़ितों और शोषितों के लिए काम कर रही है। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के सवाल पर कहा कि चुनाव से पहले पार्टी में शामिल हुए थे, पार्टी ने उन्हें चुनाव लड़ाया परंतु को जीत नहीं पाए। इसके बाद पार्टी ने ही उनको एमएलसी बनाया। हम आज भी उनका सम्मान करते हैं।

    पल्लवी पटेल को लेकर कही बड़ी बात

    पल्लवी पटेल के बयानों के सवाल पर डिंपल यादव ने कहा कि पल्लवी पटेल सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ी थीं और जीत गई थीं। हम चाहते थे कि उनकी मां भी सदन में पहुंचे। वह अपनी पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ी थीं, परंतु जीत नहीं पाईं। पल्लवी पटेल आज भी मेरी बड़ी बहन की तरह हैं। कांग्रेस से गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि बड़े नेताओं के बीच बातचीत चल रही है। जल्द ही इसमें निर्णय हो जाएगा।

    17 सीटों की हुई थी पेशकश

    सोमवार को सपा ने कांग्रेस को 17 सीटें देने की पेशकश की थी। कांग्रेस मुरादाबाद, फर्रुखाबाद व बलिया लोकसभा सीट भी चाहती है। मुरादाबाद सपा की जीती हुई सीट है, जबकि बलिया में पार्टी की मजबूत सीटों में एक है। फर्रुखाबाद में तो सपा ने अपना प्रत्याशी तक घोषित कर दिया है। सपा की ओर से 17 सीटों की पेशकश पर कांग्रेस की ओर से सोमवार देर शाम तक कोई जवाब नहीं आने के बाद अखिलेश रायबरेली में भी राहुल की यात्रा में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने बुधवार को मुरादाबाद जाने का कार्यक्रम बना लिया है।

    नहीं बनी बात तो यात्रा से किनारा

    दरअसल, अखिलेश ने छह फरवरी को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के निमंत्रण को स्वीकार करते हुए न्याय यात्रा में अमेठी या रायबरेली में शामिल होने की बात कही थी। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि हमने कांग्रेस को 17 लोकसभा सीट देने की पेशकश की है। इस पर कांग्रेस की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद ही अखिलेश यादव रायबरेली में न्याय यात्रा में शामिल होते, लेकिन देर शाम तक कांग्रेस की ओर से कोई जवाब नहीं आया। उन्होंने उन सीटों का नाम बताने से इनकार कर दिया, जिनकी पेशकश कांग्रेस को की गई है।

    सपा ने की कांग्रेस को इन सीटों की पेशकश

    सूत्रों के अनुसार सपा ने कांग्रेस को जिन सीटों की पेशकश की है उनमें अमेठी, रायबरेली, वाराणसी, अमरोहा, बागपत, सहारनपुर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, फतेहपुर सीकरी, हाथरस, झांसी, बाराबंकी, कानपुर, सीतापुर, कैसरगंज और महाराजगंज हैं।

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