असमंजस की स्थिति में समाजवादी पार्टी के 195 प्रत्याशी
बगावती तेवर अख्तियार कर चुके मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी से अलग पाला खींचा तो दोनों ओर से घोषित प्रत्याशियों के सामने बड़ी चुनौती पाला तय करने की होगी।

लखनऊ (जेएनएन)। विधानसभा चुनाव की आहट के बीच सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी की रार सतह पर आने से पार्टी के 195 प्रत्याशी असमंजस की स्थिति मे हैं। परसों सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और कल शाम मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की प्रत्याशियों की सूची में 195 नाम कॉमन हैं।
ऐसे में अगर बगावती तेवर अख्तियार कर चुके मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी से अलग कोई पाला खींचा तो दोनों ओर से घोषित प्रत्याशियों के सामने चुनावी मैदान से ज्यादा बड़ी चुनौती पाला तय करने की होगी। इनमें जो अखिलेश के साथ जाएगा, वह 'साइकिल' चिन्ह से वंचित हो सकता है। मुलायम सिंह यादव के साथ खड़े रहने पर अखिलेश यादव के साथ वफादारी सवालों के घेरे में होगी।
टिकट पर रार : सपा की सूची में फिर से फेरबदल होने की संभावना
समाजवादी पार्टी के दो धड़ों ने 24 घंटों के अंतराल में दो सूचियां जारी की। पहले मुलायम सिंह यादव की ओर से जारी सूची में 393 प्रत्याशियों के नाम हैं। इसके बाद अखिलेश यादव ने 235 प्रत्याशी घोषित किए।
इसमें खास बात यह है कि इसमें 195 लोग ऐसे हैं, जिन्हें दोनों ने प्रत्याशी बनाया है। विश्लेषकों का कहना है कि दोनों अपनी सूची में डटे रहते हैं और अखिलेश किसी संभावित गठबंधन के साथ चुनाव में जाते हैं तो उनकी दुश्वारी होगी जिनका नाम दोनों की सूची में है।
टिकट वितरण से मुख्यमंत्री अखिलेश असंतुष्ट नहीं : बेनी
दरअसल, चुनाव आयोग का नियम है कि पार्टी का चिन्ह हासिल करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष या उसके जारी फार्म ए व बी चुनाव आयोग में जमा करना अनिवार्य होता है। इसकेअभाव में प्रत्याशी निर्दल माना जाता है। आयोग उपलब्ध निशानों में एक आवंटित करता है। सपा सूत्रों का कहना है कि जिन लोगों का दोनों सूची में नाम है, वह अब भी परिवार में सब कुछ ठीक हो जाने की उम्मीद कर रहे हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।