यूपी में एक साल में राजस्व के 230 लाख मामलों का हुआ निपटारा, इन तीन जिलों ने किया बेहतर प्रदर्शन
राजस्व से संबंधित 230.8 लाख वादों का निपटारा एक वर्ष में किया गया है। वाराणसी गोंडा और संतकबीरनगर ने अन्य जिलों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है। वाराणसी ने बीते एक वर्ष में 531406 मामलों का निस्तारण कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। गोंडा ने 465279 मामलों का निस्तारण कर दूसरा स्थान व संतकबीरनगर ने 199246 मामलों को निस्तारित कर तीसरा स्थान प्राप्त किया है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। एक वर्ष में राजस्व से संबंधित 230.8 लाख वादों का निपटारा किया गया है। राजस्व वादों के निस्तारण में वाराणसी, गोंडा और संतकबीरनगर ने अन्य जिलों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है। वाराणसी ने बीते एक वर्ष में 5,31,406 मामलों का निस्तारण कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है।
गोंडा ने 4,65,279 मामलों का निस्तारण कर दूसरा स्थान व संतकबीरनगर ने 1,99,246 मामलों को निस्तारित कर तीसरा स्थान प्राप्त किया है। वहीं जौनपुर ने चौथा और प्रतापगढ़ ने पांचवां स्थान प्राप्त किया है।
राजस्व वादों के निस्तारण में तेजी लाने के निर्देश
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने समीक्षा बैठक में राजस्व वादों के निस्तारण में और तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। राजस्व अधिकारियों ने बैठक में बताया कि पहली अप्रैल 2024 तक कुल लंबित वादों की संख्या 15.1 लाख थी। लखनऊ में बीते एक वर्ष में 9,73,838 वादों का निस्तारण किया गया।
इसी तरह प्रयागराज में 7,06,163, गोरखपुर में 6,12,871 वादों का निस्तारण किया गया है। ई-गवर्नेंस, डिजिटल रिकार्ड मैनेजमेंट और जिलाधिकारियों की निगरानी के चलते राजस्व वादों के निस्तारण में और तेजी लाई जा रही है।
इसे भी पढ़ें- KK Pathak: आ गया केके पाठक का नया फरमान, DM-SSP के सामने अफसरों को कह दी यह बात

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।