African Swine Flu से हुई थी सुअरों की मौत, प्रशासन ने लखनऊ में मांस की बिक्री प्रतिबंधित की
African Swine Flu in Lucknow लखनऊ में पशुपालन विभाग ने जिलाधिकारी को सौंपी रिपोर्ट इंसानों में नहीं फैलती बीमारी। फैजुल्लागंज में औचक निरीक्षण करने पहुंचे डीएम ने कहा खुले में घूमते मिले सुअर तो पालने वाले होंगे जिम्मेदार।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। फैजुल्लागंज वार्ड में सुअरों में खतरनाक वायरस अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने के बाद प्रशासन ने इसके मांस और उस से बनने वाले किसी भी तरह के खाद्य उत्पादों पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है। शहर और ग्रामीण इलाकों में भी कहीं पर भी मांस और उत्पादों की बिक्री प्रतिबंधित होगी ।अगर कहीं पर भी मांस या इससे बने उत्पाद की बिक्री होती पाई गई तो संबंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार की ओर से बुधवार को सभी एडीएम, एसडीएम, सीओ, थानाध्यक्ष और मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अलावा मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को भी इस बारे में आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। आदेश में कहा गया है कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जहां पर भी सुअर पाए जाएं वहां पर उनके विचरण पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जाए।
कहा, अधिकारी अभी सुनिश्चित करें कि कहीं पर भी इसके मांस की बिक्री ना होने पाए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भी मेडिकल टीमों को अलर्ट कर प्रभावित इलाकों का दौरा करने के निर्देश दिए गए हैं प्रशासन स्थित पर नजर बनाए हुए हैं और अगर किसी भी व्यक्ति में किसी तरह की लक्षण या बीमारी पाई जाती है तो उसकी जांच की जाएगी।
कहा, यदि कोई व्यक्ति बुखार या श्वास फूलने जैसी बीमारी से ग्रसित पाया जाए, तो उसको दवा उपलब्ध कराते हुए आवश्यकता पड़ने पर निकटस्थ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भिजवाना सुनिश्चित करें। सभी व्यक्ति रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। जो व्यक्ति शूकर बाड़ों के आस-पास रह रहे हैं, वह भी किसी भी प्रकार के सम्भावित संक्रमण से बचने के लिए विशेष सावधानी बरते।
जिलाधिकारी द्वारा नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग एवं पशुपालन विभाग को निर्देशित किया गया कि लखनऊ के जिन-जिन व्यक्तियों द्वारा सुअर पालन किया जा रहा है, वह बाड़ों में विशेष साफ-सफाई करते हुए चूने का छिड़काव करें, सभी शूकर बाड़े के अन्दर ही रहें। साथ ही मुख्य पशुचिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि सभी सुअर पालकों के साथ मड़ियांव थाने में बैठक आहूत करते हुए जागरूक किया जाए। इससे पहले मंगलवार रात देर रात जिलाधिकारी अचानक फैजुल्लागंज पहुंचे थे। फैजुल्लागंज पहुँच कर ज़िलाधिकारी द्वारा प्रियदर्शिनी कालोनी, फैजुल्लागंज पुरवा, एम0डी0 स्कूल आदि क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया था। यदि कोई सुअर बीमार होता है, तो तत्काल पशुपालन विभाग के कंट्रोल नंबर 9450195814 पर सूचित करें।
अफ्रीकन स्वाइन फ्लू से हुई थी सुअरों की मौत : फैजुल्लागंज में सुअरों की मौत अफ्रीकन स्वाइन फ्लू के कारण हुई थी। मंगलवार देर रात में पशुपालन विभाग ने यह रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी है। विभाग ने सुअरों की मौत का कारण जानने के लिए सैंपल लेकर हाइ सिक्योरिटी डिजीज डायग्नास्टिक लैब भोपाल भेजा था। नगर निगम के संयुक्त निदेशक पशु कल्याण डा. अरविंद राव ने बताया कि अफ्रीकन स्वाइन फ्लू से सुअरों की मौत की पुष्टि हुई है। गायों में जैसे गला घाेंटू बीमारी होती है, उसी तरह ये सुअरों में होता है। हालांकि ये बीमारी इंसानों में नहीं फैलती है।
इस पूरे प्रकरण में पशुपालन विभाग की लापरवाही उजागर हुई है। कई दिनों से लोग सुअरों की मौत की सूचना लगातार दे रहे थे, लेकिन पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। विभाग के अफसर लापरवाह बने रहे। मीडिया में खबर आने के बाद अफसर नींद से जागे और मुख्यालय से बाहर निकले। तब तक सुअरों में ये बीमारी फैल चुकी थी और 100 से ज्यादा सुअरों की मौत हो गई।

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