Updated: Thu, 02 Oct 2025 02:15 PM (IST)
लखनऊ में एक वेंडर को पानी की बोतल पर एक रुपया ज्यादा लेना महंगा पड़ गया। रेलवे ने उस पर 5000 रुपये का जुर्माना लगाया। जीएसटी घटने के बाद रेलवे ने पानी की बोतलों के दाम कम कर दिए थे लेकिन वेंडर पुराने रेट पर ही बेच रहा था। यात्री की शिकायत पर रेलवे ने कार्रवाई की।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। रेल यात्री से पानी की बोतल का एक रुपया अधिक लेना वेंडर को महंगा पड़ा। रेलवे ने वेंडर पर पांच हजार रुपये जुर्माना वसूला है। दरअसल जीएसटी घटने के बाद रेलवे ने रेल नीर और अनुमोदित अन्य ब्रांड की सीलबंद पानी की बोतलों पर एक रुपये की कमी कर दी थी। अब 15 की जगह 14 रुपये की पानी की बोतलें बेचने के आदेश 22 सितंबर से प्रभावी हो गया है। इस बीच लखनऊ जंक्शन पर यात्रियों को 15 रुपये में ही पानी की बोतलें बेचे जाने का मामला सामने आया है।
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यात्री अब्दुर्राब ने लखनऊ जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक से पानी की बोतल खरीदी तो दुकानदार ने 15 रुपये मांगे। यात्री ने इसकी शिकायत इंटरनेट मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए कर दी। रेलवे ने जांच की तो मामला सही पाया गया। इस पर वेंडर के ऊपर पांच हजार रुपये जुर्माना लगाया गया है।
उत्तर और पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में पानी के दामों की ही अधिक वसूली के पिछले एक साल में 97 शिकायतें दर्ज की गई हैं। इसमें जांच के बाद सत्तर से अधिक मामलों में रेलवे ने शिकायत सही पाए जाने पर वेंडर के खिलाफ कार्रवाई की है।
एक माह में 38 शिकायतें
यात्रियों से पानी ही नहीं कई और वस्तुओं के अधिक दामों की वसूली हो रही है। उनसे शीतल पेय, खानपान की वस्तुओं के अलावा ट्रेनों में खाने के अधिक दाम वसूलने की पिछले एक महीने में 38 शिकायतें दर्ज की गई हैं। पंजाब मेल के यात्री ने 90 रुपये की जगह खाने के 140 रुपये वसूलने की शिकायत की थी।
इसी तरह लखनऊ स्टेशन के स्टालों पर भी अधिक वसूली की शिकायत उत्तर व पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के इंटरनेट मीडिया एकाउंट एक्स पर दर्ज हो रही हैँ। इन शिकायतों की निगरानी के लिए रेलवे ने एक विशेष सेल गठित किया है। यह सेल ही शिकायत की जांच के बाद कार्रवाई की संस्तुति करता है।
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