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    यूपी के इस ज‍िले में 91 करोड़ से बनेगा एक और पुल, हजारों क‍िसानों को होगा बड़ा फायदा

    Updated: Thu, 02 Oct 2025 07:05 AM (IST)

    गजरौला में दिल्ली-लखनऊ रेलवे लाइन पर 91 करोड़ की लागत से बनने वाले ओवरब्रिज का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। यूपीसीडा द्वारा स्वीकृत इस परियोजना के तहत मिट्टी परीक्षण शुरू हो गया है। यह पुल औद्योगिक क्षेत्र फेस-2 और फेस-3 को जोड़ेगा जिससे 15000 से अधिक श्रमिकों को लाभ होगा और हाईवे पर दूरी भी कम होगी।

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    गजरौला के औद्योगिक क्षेत्र में ओवरब्रिज के लिए मिट्टी का परीक्षण का काम करते हुए।- जागरण

    जागरण संवाददाता, गजरौला। औद्योगिक क्षेत्र में फेस-2 और फेस-3 को जोड़ने के लिए दिल्ली-लखनऊ रेलवे लाइन पर बनने वाले ओवरब्रिज का निर्माण कार्य अब शुरू हो गया है। कार्यदायी संस्था ने पुल के पिलर खड़ा करने के लिए मिट्टी परीक्षण के लिए नमूने लेना शुरू कर दिया है। मिट्टी परीक्षण सफल होने के बाद ओवरब्रिज की ड्राइंग तैयार की जाएगी और फिर निर्माण कार्य की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।

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    यूपीसीडा के मुताबिक सन् 1985 में औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना हुई। इसे दो हिस्सों में बांटा गया। फेस-2 दिल्ली-लखनऊ हाईवे किनारे पर है और फेस-3 मंडी धनौरा मार्ग किनारे पर है। यूपीसीडा के अधीन लगभग डेढ़ सौ एकड़ भूमि पर 52 औद्योगिक इकाइयां कार्यरत हैं। 1985 से 2001 तक इस क्षेत्र से कर वसूली यूपीसीडा द्वारा की जाती थी, जिसमें 60 प्रतिशत राशि औद्योगिक विकास पर खर्च होती थी। हालांकि 2001 में शासन के हस्तक्षेप के बाद यह जिम्मेदारी स्थानीय निकायों को सौंप दी गई थी, जिससे विकास की उम्मीदें बढ़ी थीं।

    लेकिन, शासन की दृष्टि में अपेक्षित विकास नहीं हो सका। 21 वर्ष बाद शासन ने फिर से सितंबर 2024 में नोटिफिकेशन जारी करते हुए कर वसूली और विकास का जिम्मा फिर से एक बार यूपीसीडा को सौंपा। जिम्मा संभालने के बाद यूपीसीडा ने औद्योगिक क्षेत्रों के विकास के लिए कार्य प्रारंभ कर दिया है। रेलवे लाइन पर ओवरब्रिज बनाने के लिए 91 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है, जो यूपीसीडा द्वारा जारी की गई है।

    जेई धर्मेंद्र कुशवाह ने बताया कि इस पुल का काम गाजियाबाद की सेतु निगम को सौंपा गया है। उन्हीं के दौरान कार्यदायी संस्था को काम किया गया। अब पुल के पिलर खड़ा करने के लिए मिट्टी परीक्षण के लिए नमूने लेने शुरू कर दिए हैं।

    हाईवे की घटेगी दूरी, 15 हजार से अधिक श्रमिकों को मिलेगा लाभ

    दिल्ली-लखनऊ रेलवे लाइन पर औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ने के लिए जो पुल बनेगा। उससे काफी लाभ मिलेगा। एक तो जो, वाहन मंडी धनौरा मार्ग से गजरौला शहर में होते हुए चौपला और फिर दिल्ली के लिए जाते हैं। वो, फिर गजरौला शहर के भीतर से न होकर मंडी धनौरा मार्ग पर तेवा कंपनी के पास से सीधा इसी पुल से औद्योगिक क्षेत्र में घुसकर हाईवे पर नाईपुरा में निकलेंगे। बाकी औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले 15 हजार से अधिक श्रमिकों को भी आने-जाने में परेशानी नहीं होगी।

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