पत्नी से छिपाने के लिए पाक एजेंट का नंबर सहयोगी के नाम से किया सेव, हनीट्रैप में कैसे फंसा ऑर्डनेंस फैक्ट्री कर्मी?
पाकिस्तानी एजेंट नेहा शर्मा ने हनी ट्रैप में फंसाकर सेना की कई गोपनीय जानकारियां हासिल कीं। आरोपी रविंद्र कुमार को एटीएस ने लखनऊ से गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक मोबाइल फोन पैन कार्ड आधार कार्ड एटीएम कार्ड व 6220 रुपये बरामद हुए हैं। लखनऊ में पूछताछ के दौरान उसके मोबाइल फोन को खंगाला गया तो कई संवेदनशील सूचनाएं व खुफिया दस्तावेज मिले।

राज्य ब्यूरो, जागरण। पाकिस्तानी एजेंट को सेना की कई खुफिया जानकारियां व दस्तावेज भेजने के आरोप में आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) ने फिरोजाबाद की आर्डनेंस फैक्ट्री में चार्जमैन के रूप में तैनात रविंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है। उसे आइएसआइ की महिला एजेंट नेहा शर्मा ने हनी ट्रैप में फंसाकर सेना से जुड़ी कई गोपनीय जानकारियां हासिल की थीं।
एटीएस के एडीजी नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि बीते दिनों जानकारी मिली थी कि फिरोजाबाद की आर्डनेंस फैक्ट्री में तैनात एक कर्मचारी काफी समय से आइएसआइ के लिए काम कर रहा है। एटीएस ने मामले की छानबीन की तो उसे वाट्सएप के माध्यम से रविंद्र व पाकिस्तानी एजेंट नेहा शर्मा के बीच हुई बातचीत तथा वीडियो व दस्तावेजों की जानकारी मिली।
प्रारंभिक पूछताछ के बाद एटीएस की आगरा यूनिट रविंद्र को लखनऊ मुख्यालय लाई थी। लखनऊ में पूछताछ के दौरान उसके मोबाइल फोन को खंगाला गया तो कई संवेदनशील सूचनाएं व खुफिया दस्तावेज मिले। कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने अपराध स्वीकार कर लिया। नतीजतन एटीएस ने उसे लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया।
रविंद्र ने वर्ष 2024 में जून-जुलाई में फेसबुक पर नेहा शर्मा से दोस्ती की थी। उसने नेहा को बताया कि वह फिरोजाबाद के हजरतपुर की आर्डनेंस फैक्ट्री में काम करता है। इसके बाद नेहा ने उसे हनी ट्रैप में फंसा लिया और मालामाल करने का लालच दिया। बदले में सेना की गोपनीय जानकारियां व दस्तावेज मांगे। आर्डनेंस फैक्ट्री में सेना की कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है।
आगरा के बुंटु कटरा निवासी रविंद्र वर्ष 2006 से आर्डनेंस फैक्ट्री में काम कर रहा था। वर्ष 2009 से वह चार्जमैन के पद पर तैनात था। पाकिस्तानी एजेंट को सूचना व दस्तावेज भेजने के बाद वाट्सएप से वह संबंधित जानकारी डिलीट कर देता था। पत्नी को नेहा के साथ उसकी दोस्ती की भनक न लगे, इसलिए उसने अपने मोबाइल फोन में नेहा का नंबर सहयोगी कर्मचारी के नाम पर सेव किया था। उसने फैक्ट्री की उत्पादन रिपोर्ट, स्टोर की रसीद तथा अन्य दस्तावेजों के अलावा आने वाले स्टाक की जानकारी पाकिस्तानी एजेंट को कई बार भेजी थी।
साथ ही फैक्ट्री के अधिकारियों, गोरखा राइफल्स के अधिकारियों द्वारा लाजिस्टिक ड्रोन के ट्रायल से संबंधित गोपनीय जानकारी भी उसने नेहा को भेजी थी। आरोपित के विरुद्ध एटीएस के लखनऊ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। उसके पास से एक मोबाइल फोन, पैन कार्ड, आधार कार्ड, एटीएम कार्ड व 6,220 रुपये बरामद हुए हैं।
कई आतंकियों को पहले भी किया जा चुका है गिरफ्तार
एटीएस ने पंजाब पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर बीती छह मार्च को कौशांबी से बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआइ) के सक्रिय आतंकवादी लजर मसीह को गिरफ्तार किया गया था। लजर मसीह बीकेआइ के जर्मन-आधारित माड्यूल के प्रमुख स्वर्ण सिंह उर्फ जीवन फौजी के लिए काम करता था। अभी तक की पूछताछ में पता चला है कि आतंकी लजर दिल्ली से प्रयागराज आ रहीं श्रद्धालुओं से भरी बसों को उड़ाने की भी साजिश में कई दिनों से लगा था।
वहीं फरीदाबाद के बांस रोड पाली से पकड़े गए अब्दुल रहमान के मामले में जानकारी सामने आइ है कि वह आइएसआइएस के लिए काम कर रहा था। आइएसआइएस ने उसे अयोध्या के राम मंदिर पर हमला करने के लिए तैयार किया था। इसी कड़ी में जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां की जा सकती हैं।
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