Yogi Cabinet: 9 साल का इंतजार खत्म, योगी सरकार देगी 1165 मृतक आश्रितों को नौकरी का तोहफा
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम जल्द ही 1165 मृतक आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी देगा। कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है जिससे पिछले नौ सालों से नौकरी का इंतजार कर रहे परिवारों को राहत मिलेगी। निगम की वित्तीय स्थिति में सुधार को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है जिससे यात्री सेवाओं में भी सुधार होगा।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। योगी सरकार परिवहन निगम के 1165 मृतक आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर जल्द ही नौकरी देगी। कैबिनेट बाई सर्कुलेशन में निगम के मृतक आश्रितों को नौकरी देने के प्रस्ताव को पारित कर दिया गया। पिछले नौ साल से नौकरी के लिए मृतक आश्रित भटक रहे थे।
सार्वजनिक उद्यम विभाग के 11 जुलाई 2003 के शासनादेश के अनुसार घाटे में चलने वाले सार्वजनिक उपक्रमों / निगमों में मृतक आश्रितों के सेवायोजन पर रोक लगी थी। इसी शासनादेश का हवाला देते हुए परिवहन निगम में वर्ष 2016 से घाटे में चलने के कारण अनुकंपा के आधार पर मृतक आश्रितों की भर्ती नहीं की जा रही थी।
करोना के समय भी हुआ था भारी नुकसान
निगम को कोरोना महामारी में भी भारी नुकसान हुआ था। हालांकि निगम की वित्तीय स्थिति में वर्ष 2023-24 से सुधार होने लगा। इस वित्तीय वर्ष में निगम को 131 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ हुआ था। वर्ष 2024-25 में यह मुनाफा बढ़कर 150 करोड़ रुपये हो गया।
इस बीच करीब नौ साल से अनुकंपा के आधार पर भर्ती का इंतजार रहे अभ्यर्थियों ने कई बार परिवहन निगम मुख्यालय के सामने धरना दिया। वह लगातार परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के साथ वार्ता भी कर रहे थे। वित्तीय हालत में सुधार होने पर निगम ने कंडक्टर के खाली पदों पर मृतक आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नियुक्त करने का प्रस्ताव शासन को भेजा था।
नियुक्ति की अनुमति के प्रस्ताव को स्वीकृति
वर्ष 2003 के भर्ती पर रोक लगाने के शासनादेश को शिथिल करते हुए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में मृतक आश्रितों की नियुक्ति की अनुमति के प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई है। निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक मृतक आश्रितों की भर्ती से यात्री सुविधाएं भी बढ़ेंगी। अब जो बसें बिना परिचालक के खड़ी रहती हैं, वह भी दौड़ेंगी। इससे यात्रियों को अधिक बस सेवाएं मिलेंगी, वहीं निगम का लाभ भी इससे बढ़ेगा।
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