यात्रीगण कृपया ध्यान दें: कानपुर से लखनऊ के बीच सफर होगा मुश्किल, नौ ट्रेनें निरस्त, कई का बदला रूट
ट्रेन से कानपुर जाने की डगर गुरुवार से मुश्किल होगी। लखनऊ-कानपुर मेमू सहित नौ यात्री गाड़ियां 30 अप्रैल तक निरस्त रहेंगी। वहीं 17 ट्रेनों को डायवर्ट करके दूसरे मार्ग से गंतव्य तक चलाया जाएगा।ट्रेन से ही कानपुर जाने को तैयार यात्रियों को कुछ घंटे रास्ते में रुकना भी पड़ सकता है। वजह लखनऊ-कानपुर रेलखंड पर पड़ने वाले गंगा पुल की मरम्मत का कार्य 20 मार्च से 30 अप्रैल तक चलेगा।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। ट्रेन से कानपुर जाने की डगर गुरुवार से मुश्किल होगी। लखनऊ-कानपुर मेमू सहित नौ यात्री गाड़ियां 30 अप्रैल तक निरस्त रहेंगी। वहीं 17 ट्रेनों को डायवर्ट करके दूसरे मार्ग से गंतव्य तक चलाया जाएगा।
मरम्मत का कार्य 20 मार्च से 30 अप्रैल तक चलेगा
ट्रेन से ही कानपुर जाने को तैयार यात्रियों को कुछ घंटे रास्ते में रुकना भी पड़ सकता है। वजह, लखनऊ-कानपुर रेलखंड पर पड़ने वाले गंगा पुल की मरम्मत का कार्य 20 मार्च से 30 अप्रैल तक चलेगा। गनीमत यह है कि कानपुर से लखनऊ आने वाली ट्रेनों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, उनका संचालन जारी रहेगा।
रेल मार्ग चालीस दिन तक प्रभावित होगा
लखनऊ से कानपुर के बीच प्रतिदिन हजारों लोगों का आवागमन होता है, इसके लिए लोग ट्रेन व सड़क मार्ग से आते-जाते हैं। इधर, कानपुर के लिए एक्सप्रेसवे बन रहा है, इसीलिए बंथरा आदि में अक्सर जाम लगता है। अब रेल मार्ग चालीस दिन तक प्रभावित होगा।
नौ यात्री गाड़ियों को निरस्त कर दिया गया
लखनऊ से कानपुर के बीच प्रतिदिन करीब 72 ट्रेनें चलती हैं, उनमें से नौ यात्री गाड़ियों को निरस्त कर दिया गया है, जबकि 17 डायवर्ट हुई हैं। यह जरूर है कि उनमें से 54 ट्रेनों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। वहीं डायवर्ट होने वाली ट्रेनें दो से तीन घंटे की देरी से पहुंचेंगी।
कार्य पूरा होने के बाद वर्षों से गंगा पुल पर लग रहे कासन से मुक्ति मिलेगी और ट्रेनें रफ्तार पकड़ सकेंगी। उत्तर रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक सचिंद्र मोहन शर्मा ने बताया कि गंगा पुल पर लंबे समय से ट्रेनों पर कासन लगता आ रहा है। लखनऊ से जाने वाले मार्ग पर 1560 एचबी स्लीपर को बदला जाना है।
परिवहन निगम चलाएगा 50 अतिरिक्त बसें
रेलवे का मार्ग बाधित होने से परिवहन निगम ने यात्रियों को कानपुर पहुंचाने की तैयारी कर ली है। क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया कि निगम करीब 50 बसों को चलाएगा और जरूरत पड़ने पर बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी। उन्होंने चारबाग व आलमबाग बस स्टेशनों पर अधिकारियों को अगले चालीस दिन तक अलर्ट रहने और यात्री सुविधाओं पर ध्यान देने का निर्देश दिया है।
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