29 दिनों में 644 करोड़ रुपये का राजस्व, यूपी में लाखों उपभोक्ताओं ने OTS योजना का उठाया लाभ
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने एक मुश्त समाधान (ओटीएस) योजना के तहत 29 दिनों में 644.15 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्र किया है। इस योजना से बिजली चोरी के ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, लखनऊ। बिजली विभाग द्वारा चलाई जा रही एक मुश्त समाधान योजना में बिजली चोरी में पकड़े गए लोग भी खूब फायदा उठा रहे हैं। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अंतर्गत आने वाले जिलों में अब तक 5566 लोग पंजीकरण कराकर करीब ढाई करोड़ रुपये राजस्व के रूप में जमा कर चुके हैं। इन पर 12.37 करोड़ रुपये बकाया था।
अब तक मध्यांचल को अपने 19 जिलों के डिफाल्टर उपभोक्ताओं से 644.15 करोड़ की धनराशि प्राप्त हो चुकी है। खास बात है कि सात लाख से अधिक डिफाल्टर उपभोक्ता द्वारा पंजीकरण कराया जा चुका है। पहले चरण की योजना का लाभ उपभोक्ता 31 दिसंबर तक ही उठा सकते हैं।
इसमें एक मुश्त बकाया जमा करने पर 25 प्रतिशत की छूट मूल बिल में दी जा रही है। वहीं 28 दिसंबर को सिर्फ मध्यांचल में ही करीब 16.45 करोड़ रुपये राजस्व के रूप में आया।
मध्यांचल विद्युत वितरण निगल लिमिटेड की प्रबंध निदेशक रिया केजरीवाल के मुताबिक, बड़ी संख्या में लोग योजना का लाभ उठा रहे हैं। उनके मुताबिक मध्यांचल डिस्काम में अब तक 4,214 उपभोक्ता ऐसे रहे, जिन्होंने अपना पूरा बकाया जमा करके 8.90 करोड़ की छूट का लाभ उठाया।
इसमें सबसे अधिक 875 विद्युत उपभोक्ता अयोध्या क्षेत्र के रहे। वहीं लखनऊ जनपद के अमौसी क्षेत्र में 6,352, जानकीपुरम् क्षेत्र में 990, लखनऊ मध्य क्षेत्र में 788 एवं गोमती नगर क्षेत्र में 330 उपभोक्ताओं ने अपना पंजीकरण कराकर ओटीएस का लाभ उठाया।
लखनऊ के अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों में भी विद्युत उपभोक्ताओं का उत्साह देखने को मिल रहा है। बरेली क्षेत्र (प्रथम/द्वितीय) में 170 करोड़ 29 लाख की राजस्व वसूली अब तक हो चुकी है। अयोध्या क्षेत्र में अबतक 1,74,006 विद्युत उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया और 182.00 करोड़ की राजस्व मिला।
सीतापुर क्षेत्र 1,65,603 विद्युत उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया और 115.11 करोड़ राजस्व मिला। इसी क्रम में देवीपाटन क्षेत्र के अंतर्गत 1,20,137 विद्युत उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया और अब तक 92.78 करोड़ की राजस्व मिला। रायबरेली क्षेत्र के अन्तर्गत 80,347 उपभोक्ता ने पंजीकरण कराया और 70.86 करोड़ की राजस्व मिला।

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