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    जिसने बाप को धोखा दिया उस पर जनता कैसे विश्वास करेगी: मुलायम सिंह

    By Amal ChowdhuryEdited By:
    Updated: Mon, 25 Sep 2017 11:12 PM (IST)

    मुलायम सिंह यादव ने अाज प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि अखिलेश मेरा बेटा है, इसलिए मेरा आशीर्वाद उसके साथ हैं लेकिन मैं उनके फैसलों से सहमत नहीं हूं।'

    जिसने बाप को धोखा दिया उस पर जनता कैसे विश्वास करेगी: मुलायम सिंह

    लखनऊ (जेएनएन)। लोहिया ट्रस्ट से प्रो. रामगोपाल यादव को निकालने के बाद सेक्युलर मोर्चा बनाने की अटकलों के बीच सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को साफ कर दिया कि वह नई पार्टी नहीं बनाने जा रहे हैैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश उनके बेटे हैं, इसलिए उनका आशीर्वाद उनके साथ है लेकिन, कई फैसलों पर वह अखिलेश से सहमत नहीं हैैं। हालांकि कुछ ही देर बाद एक सवाल पर उन्होंने यह भी कहा-'अखिलेश धोखेबाज हैै। बाप को धोखा दिया है। देश के सबसे बड़े नेता (मोदी) ने भी कहा कि जो बाप का नहीं हुआ, वह किसी का क्या होगा।

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    रविवार रात तक तय माना जा रहा था कि मुलायम सेक्युलर मोर्चा का गठन करके शिवपाल की नई सियासी राह तय करेंगे। इसके लिए प्रेस विज्ञप्ति तक तैयार करा ली गई थी लेकिन, सोमवार को जब शिवपाल प्रेस कांफ्रेस मेें नजर नहीं आए तो साफ हो गया कि नई पार्टी का इरादा मुल्तवी हो चुका है। मुलायम ने सपा के राज्य सम्मलेन में पारित राजनीतिक प्रस्तावों को धार देते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा। कहा कि केंद्र सरकार के तीन वर्ष के कार्यकाल में कोई भी वादा पूरा नहीं हुआ। समान विचारधारा के लोगों को अब एक होने की जरूरत है। यूपी सरकार भी ढंग से काम नहीं कर रही है।

    शिवपाल पर गोलमोल जवाब
    कुनबे की कलह के बाद भाई की खुलकर तरफदारी करने वाले मुलायम ने प्रेस कांफ्रेंस में शिवपाल के लिए कुछ विशेष नहीं कहा। गैरमौजूदगी को लेकर उठे सवालों पर सिर्फ इतना कहा कि वह जरूरी काम से इटावा गए हैं। जब यह पूछा गया कि वह किसके साथ हैं, अखिलेश या शिवपाल के साथ, तो उन्होंने कहा कि वह समाजवादी पार्टी के साथ हैं। उन्होंने कहा कि सभी लोग समाजवादी पार्टी को मजबूत करें।

    अखिलेश पर कभी नरम तो कभी गरम
    मुलायम ने जहां एक पिता के रूप में अखिलेश को आशीर्वाद देते नजर आए तो वायदे के अनुसार तीन माह में अध्यक्ष पद न छोडऩे पर खफा भी दिखे। उन्होंने कहा कि जो बात का पक्का नहीं, वादा निभाने वाला नहीं, वह जीवन में कभी कामयाब नहीं होगा। इसके बाद मुलायम ने यह तक कह डाला कि अखिलेश तो पार्टी छोड़ चुके हैं। पार्टी से अलग काम कर रहे हैैं। फिर बेटे से सुलह से जुड़े सवाल पर कहा कि 'बाप-बेटा हैं, कितने दिन मतभेद रहेगा, कोई भरोसा है?

    डिंपल के बारे में अखिलेश से पूछो
    पत्नी डिंपल को अगला लोकसभा का चुनाव न लड़ाने के सवाल पर मुलायम ने कहा कि यह सवाल उन्हीं से पूछा जाना चाहिए जिन्होंने ऐसा कहा है। इस सवाल पर कि आप अखिलेश के किन फैसलों से खफा हैैं, उन्होंने कहा कि आगे चलकर इसे बता दिया जाएगा।


    राष्ट्रीय सम्मेलन में नहीं शामिल होंगे मुलायम
    सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव पांच अक्टूबर को आगरा में होने वाले पार्टी के राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मेलन में नहीं शामिल होंगे। पत्रकारों के इस सवाल पर उन्होंने कहा कि मैैं नहीं जाऊंगा। क्या शिवपाल जाएंगे? इस पर उन्होंने कहा कि इस बारे में फैसला वहीं करेंगे।

    अखिलेश का ट्वीट-'नेताजी जिंदाबाद
    इधर मुलायम की प्रेस कांफ्रेस चल रही थी और जैसे ही साफ हुआ कि वह नई पार्टी नहीं बनाएंगे, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया-'नेताजी जिंदाबाद, समाजवादी पार्टी जिंदाबाद।

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    हालांकि अखिलेश ने यह भी कहा कि उनके पिता मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद उनके साथ बना रहेगा और वह उनके आंदोलन को ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे। बीते गुरुवार को मुलायम की अध्यक्षता वाले लोहिया ट्रस्ट के सचिव पद से अखिलेश के करीबी रामगोपाल यादव को हटा दिया गया था। उनकी जगह मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल यादव को सचिव बनाया था।

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