UP News: मिशन शक्ति के तहत होगी वाहनों की भी सघन चेकिंग, कार्रवाई को लेकर जारी हुए ये निर्देश
मिशन शक्ति के पांचवें चरण में लखनऊ पुलिस शोहदों के खिलाफ कार्रवाई करेगी और वाहनों की सघन चेकिंग करेगी। डीजीपी मुख्यालय ने 21 अक्टूबर तक चलने वाले अभियान के लिए निर्देश जारी किए हैं। मंदिरों और सार्वजनिक स्थलों पर महिला पुलिस बल तैनात किया जाएगा और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर समस्याओं का समाधान किया जाएगा।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मिशन शक्ति के पांचवें चरण के अभियान के तहत शोहदों के विरुद्ध कार्रवाई के साथ ही वाहनों की सघन चेकिंग भी कराई जाएगी। डीजीपी मुख्यालय ने 21 अक्टूबर तक संचालित होने वाले विशेष अभियान के तहत अलग-अलग दिनों में होने वाली कार्रवाई को लेकर विस्तृत निर्देश जारी किया है। अगले माह 12 से 21 अक्टूबर तक चार पहिया वाहनों की सघन चेकिंग भी होगी।
काली फिल्म, हूटर, नंबर प्लेट अथवा वाहन पर शासकीय व जाति सूचक शब्दों को हटाने के लिए पहले हिदायत दी जाएगी और नंबर प्लेट की स्पष्ट फोटो ली जाएगी। उसके आधार पर दूसरी बार नियमों का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई होगी। ऐसे वाहन स्वामियों को यदि कोई सरकारी सुरक्षा प्रदान की गई है तो उसे हटाया जाएगा।
डीजीपी राजीव कृष्ण ने नवरात्रि में मंदिरों, धार्मिक स्थलों, मेलों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर महिला पुलिस बल की विशेष तैनाती किए जाने का निर्देश दिया है। पूजा पंडालों व रामलीला स्थलों में महिला चौपाल का आयोजन कर महिलाओं से संबंधित सरकारी कल्याणकारी योजनाओं व हेल्पलाइन के पैम्फलेट वितरित किए जाएंगे। नवस्थापित मिशन शक्ति केंद्रों में थाना क्षेत्र की विभिन्न वर्गों की महिलाओं को आमंत्रित कर केंद्रों के कार्यों व उद्देश्यों की जानकारी भी दी जाएगी।
महिलाओं के अत्यधिक आवागमन वाले महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों व संवेदनशील हाट स्पाट पर व्यापक फुट पेट्रोलिंग का निर्देश भी दिया गया है। अभियान के तहत हर ग्राम पंचायत व वार्ड में कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे, जिसमें बीट पुलिस अधिकारी, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, बीसी सखी, लेखपाल, एएनएम, आशा वर्कर, ग्राम पंचायत अधिकारी, रोजगार सेवक व अन्य की उपस्थिति सुनिश्चित कराए जाने का निर्देश भी दिया गया है। समस्याओं का मौके पर निस्तारण कराया जाएगा।
सभी सर्किल स्तर पर परिवार परामर्श केंद्र तथा पुलिस कर्मियों की सुविधा के लिए शिशु गृह की स्थापना भी होगी। महिला बीट अधिकारी ऐसी महिलाओं को चिन्हित करेंगी, जो घरेलू हिंसा से पीड़ित हैं पर थाने तक नहीं पहुंच सकी हैं।
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